
फरीदाबाद, 29 अप्रैल (Udaipur Kiran) । डिजिटल अरेस्ट करके करोड़ों की ठगी करने के एक मामले में साइबर थाना एनआईटी की टीम ने मंगलवार को दो आरोपी रवि किशोर व राजेश को गिरफ्तार किया है। मामले में 15 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि साइबर थाना एनआईटी में सेक्टर 46, फरीदाबाद निवासी एक महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वह सतरूपा ग्लोबल डिक्शनरी एंड पब्लिशिंग (ओपीसी) लिमिटेड कंपनी की मालिक है, 29 सितंबर को उसके फोन पर एक कॉल आया। कॉल करने वालो ने एक-एक करके बात की और कॉल को कई व्यक्तियों को अग्रेषित किया, जिन्होंने शिकायतकर्ता से कहा कि उसकी कम्पनी खाता से अवैध पैसे का लेन-देन है और ठगों ने उसके व्हाट्सएप पर अवैध पैसे के लेन-देन बारे एक नोटिस भेजा। नोटिस पढऩे के बाद वह परेशान और भयभीत हो गया, क्योंकि कोई भी दावा सच नहीं था। जिसके बाद ठग लगातार शिकायतकर्ता को वीडियो कॉल करते रहे तथा धमकी देते थे कि वह किसी को भी स्थिति के बारे खुलासा ना करे और ना ही अपना कमरा छोडे, अपने नौकरों को निकाल दे । ठग लगातार वीडियो कॉल के ज़रिए शिकायतकर्ता पर निगरानी करते रहे और हर समय चेहरा देखते रहे। ठगों ने महिला को डरा धमका कर एक करोड़ तीन लाख 70 हजार रुपए अपने खाता में ट्रांसफर करवा लिए। जिनकी शिकायत साइबर थाना एनआईटी में मामला दर्ज किया गया। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने आरोपी रवि किशोर निवासी गॉव दांता रामगढ, सिकर, राजस्थान हाल बापूनगर अहमदाबाद व राजेश निवासी गॉव अंजना, राजसमंध हाल निकोल, अहमदाबाद को बापूनगर, अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया है। पुछताछ में सामने आया कि आरोपी रवि किशोर इंडस्लैंड बैंक अहमदाबाद कि एक शाखा में काम करता है जिसने राजेश का खाता खोलकर आगे ठगों को दिया था तथा उस खाता में ठगी के 10 लाख रूपये आये थे। आरोपियों को अदालत में पेश कर छह दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर
