
टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 द्वारा एशिया के शीर्ष 600 विश्वविद्यालयों में एकमात्र राज्य सरकार का विश्वविद्यालय बनाहिसार, 29 अप्रैल (राजेश्वर बेनीवाल)। यहां के गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने एक बार फिर लंदन द्वारा एशिया में प्रतिष्ठित टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) एशिया विश्वविद्यालय रैंकिंग 2025 में 501-600 बैंड में और भारत में 69वां स्थान प्राप्त करके उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। गुजविप्रौवि इस रैंकिंग में अपनी पहचान बनाने वाला एकमात्र राज्य सरकार का विश्वविद्यालय है।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने सभी हितधारकों को बधाई देते हुए बताया कि एशिया विश्वविद्यालय रैंकिंग के पीछे की कार्यप्रणाली टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 के लिए वैश्विक तालिका के समान ढांचे पर आधारित है, लेकिन एशियाई संस्थानों की प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित करने के लिए वेटिंग्स को विशेष रूप से पुनर्गणित किया गया है। गुजविप्रौवि ने पिछले साल के 24.1-28.0 स्कोर की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ 28.4 से 31.4 का समग्र स्कोर हासिल किया है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने लगभग सभी मापदंडों जैसे कि अनुसंधान गुणवत्ता में 44.4, उद्योग आय में 30.9, अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण में 18.2, अनुसंधान वातावरण में 12.7 और शिक्षण में 36.8 स्कोर पाकर पहले की तुलना में सुधार किया है।प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने मंगलवार काे बताया कि इस साल टाइम्स ने 35 देशों/क्षेत्रों के 853 विश्वविद्यालयों को उनके शोध, शिक्षण, ज्ञान हस्तांतरण और अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण का आंकलन करते हुए रैंकिंग दी है। इस पद्धति को टाइम्स हायर एजुकेशन की इन-हाउस डेटा टीम द्वारा विकसित किया गया है, जिसमें 18 प्रदर्शन संकेतक शामिल हैं और इस पर दुनिया भर के विद्यार्थी, शिक्षाविद, नीति निर्माता और उद्योग के शीर्ष नेतृत्व भरोसा करते हैं।कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि हमारे समर्पित संकाय, उत्साहित विद्यार्थी, मेहनती गैर-शिक्षक कर्मचारी, पूर्व विद्यार्थी एवं सहयोगी, जिनके अथक प्रयासों और योगदान ने इस उपलब्धि को संभव बनाया है। यह मील का पत्थर न केवल हमारे पिछले प्रयासों की मान्यता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर हमारे मानकों को और ऊंचा उठाने की प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि टाइम्स हायर एजुकेशन एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग शिक्षण, अनुसंधान, उद्धरण (शोध प्रभाव), अंतर्राष्ट्रीय विविधता और उद्योग आय सहित प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों में विश्वविद्यालयों का आंकलन करती है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विजय कुमार ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस अद्भुत उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के सभी हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह रैंकिंग हमारे पूरे विश्वविद्यालय समुदाय द्वारा दिखाई गई कड़ी मेहनत और समर्पण की मान्यता है। हम अपने बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, अपने शोध की गुणवत्ता में सुधार करने और अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोग का विस्तार करने पर काम करना जारी रखते हैं। यह उपलब्धि हमें आने वाले वर्षों में और भी ऊंचे लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी। आईक्यूएसी के निदेशक प्रो.आशीष अग्रवाल तथा उप निदेशक प्रो. कश्मीरी लाल ने भी विश्वविद्यालय की एक और प्रतिष्ठित वैश्विक मान्यता के लिए विश्वविद्यालय के सभी हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने यह भी बताया कि यह उपलब्धि अनुसंधान, अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण और समग्र शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए विश्वविद्यालय की असाधारण प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
