
अनूपपुर, 28 अप्रैल (Udaipur Kiran) । अपने-अपने विभागों में बेहतर एवं उल्लेखनीय कार्य कर जिले को आदर्श जिला बनाने का प्रयास करें। प्रत्येक अधिकारियो को अपनी जिम्मेदारियों का पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए, ताकि शासन की योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंच सके। शासन द्वारा स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण अनिवार्य रूप से जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कराया जाए। इससे न केवल जनप्रतिनिधियों की भागीदारी होगी बल्कि कार्यों में पारदर्शिता भी बढ़ेगा। विकास कार्यों का क्रियान्वयन गुणवत्ता के साथ समयसीमा में पूर्ण हो, इसके लिए अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि सतत निगरानी रखें।
यह बात प्रदेश के वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री तथा अनूपपुर जिले के प्रभारी मंत्री सोमवार को दिलीप अहिरवार ने कलेक्ट कार्यालय के नर्मदा सभागार में विभागीय कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कही। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्माणाधीन हर्री अंडर ब्रिज से तीपान नदी मार्ग, अनूपपुर बाईपास निर्माण कार्य तथा बेलिया से जैतहरी मार्ग सहित अन्य विभिन्न मार्गो की प्रगति की जानकारी प्राप्त कर जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने इस दौरान लोक निर्माण विभाग (भवन) पीआईयू द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त की। जिस पर अधिकारियों द्वारा बताया गया कि 7 विभागों के 31 कार्य प्रगतिरत हैं तथा उन्हें जल्द से जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा तथा जो ठेकेदार निर्माण कार्यों मे लापरवाही एवं उदासीनता बरतता है, उसके विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाए।
वन विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि जंगलों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी और ठोस कार्य योजना बनाई जाए। स्थानीय ग्रामीणों को जागरूक करने जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। प्रभारी मंत्री ने हाथियों के विचरण के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की, वन मंडलाधिकारी ने ने बताया कि राजस्व, पुलिस एवं वन विभाग के संयुक्त टीम द्वारा हाथियों पर निगरानी की जा रही है तथा लोगों के बचाव हेतु आवश्यक उपाय भी किया जा रहे हैं। प्रभारी मंत्री ने वर्षा ऋतु में पौधारोपण के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। जिस पर वन मंडलाधिकारी ने बताया कि कैंपा योजना अंतर्गत जिले में लगभग एक लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। इस दौरान प्रभारी मंत्री पौधों के बचाव के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
