

धमतरी, 28 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।कलेक्टर अबिनाश मिश्रा के निर्देश पर नगर निगम क्षेत्र धमतरी में नक्शा प्रोजेक्ट के तहत् ड्रोन फ्लाई सर्वे आज से प्रारंभ हो गई है। प्रतिदिन पांच शेड्यूल में ड्रोन फ्लाई कर एक सप्ताह के भीतर निगम क्षेत्र में सम्मिलित 40 वार्डों एवं पेरी अर्बन क्षेत्र का ड्रोन सर्वे पूर्ण कर लिया जाएगा। कलेक्टर मिश्रा ने इसके लिए क्लस्टरवार बनाए है। अधिकारियों-कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है।
जिले में इस सर्वे के लिए सर्वे आफ इंडिया द्वारा आरवी इंजीनियरिंग कंस्ल्टेंसीज लिमिटेड, हैदराबाद को वर्क एजेंसी नियुक्त किया गया है। नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत शामिल 40 वार्डो का क्षेत्रफल 23.40 वर्ग किमी है। जिसका केएमएल फाईल तैयार किया गया है। उसी के आधार पर 120 ग्राउंड कंट्रोल र्प्वाइंट और दो बेस प्वाइंट निर्धारित किया गया है। राज्य में पहली बार थ्री डी इमेज वाली टू-डी कैमरा व चार एम आविलक एंगल्ड कैमरा युक्त ट्रीनिटी ड्रोन से सर्वे कर अर्थारेक्टिफाईड इमेजिंग तैया कर जिला को प्रेषित किया जाएगा। जो जिओरिफ्रेस्ड नक्शा होगा। ओआरआई मैप एक और मौका में निर्मित भवन विन्यास परिसंपत्तियों का भौतिक सत्यापन गठित 12 कलस्टर के टीम द्वारा किया जाएगा एंव प्रारंभिक अभिलेख तैयार किया जाएगा। एसओआई से प्राप्त मैप-टू का प्रारंभिक प्रकाशन कर दावा आपत्ति आहूत की जाएगी। दावा आपत्तियों का विधिपूर्वक निराकरण उपरांत प्राप्त नक्शा मैप थ्री की अंतिम प्रकाशन कर दावा आपत्ति आहूत कर निराकरण उपरांत आनलाईन अभिलेख तैयार किया जाएगा।
नक्शा परियोजना में धमतरी सहित राज्य के तीन शहर शामिल: भारत सरकार की यह महत्वपूर्ण परियोजना देश के 26 राज्यों और तीन केन्द्र शासित प्रदेशों के 141 जिले के 152 शहरों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य से इस परियोजना के लिए धमतरी, जगदलपुर और अम्बिकापुर नगरीय निकायों का चयन किया गया है। धमतरी नगरनिगम क्षेत्र सहित लगभग साढ़े 23 वर्गकिलोमीटर क्षेत्र का ड्रोन सर्वे किया जाएगा। धमतरी शहरी क्षेत्र में शामिल गोकुलपुर, सोरिदभाट, बठेना और हटकेश्वर में भी हवाई सर्वे किया जाएगा।
ऐसे होगा सर्वे का काम: नगर निगम धमतरी क्षेत्र का सबसे पहले चरण में ड्रोन से हवाई सर्वे कर ड्रोन से फोटो और वीडियो डेटा के रूप में संग्रहित किए जाएंगे। ड्रोन में लगे टू-डी नादिर कैमरा और आब्लिक एंगल कैमरा से विभिन्न कोणों से भवनों और अन्य संरचनाओं की फोटोग्राफी की जाएगी। निडार सेंसर कैमरे से पहाड़ी और अन्य दुर्गम क्षेत्रों की उन्नत थ्री डी तकनीक वाली सटिक फोटोग्राफी होगी। दूसरे चरण में हवाई सर्वे के आंकड़ों का राजस्व एवं नगर निगम के अमले द्वारा जमीन पर भौतिक सत्यापन किया जाएगा। तीसरे चरण में लोगों से दावा- आपत्तियां आमंत्रित कर उनके निराकरण के बाद सभी को उनकी सम्पत्तियों का अर्बन प्रापर्टी कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। इस प्रकार संग्रहित सम्पूर्ण डेटा और सम्पत्तियां नक्शा पोर्टल पर भी आनलाईन उपलब्ध रहेंगी, जिन्हें आमजन अपने उपयोग के अनुसार समय-समय पर पोर्टल से आनलाईन प्राप्त कर सकेंगे।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
