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कांगड़ा के हर उपमंडल में चरणबद्ध तरीके से खुलेंगी हिम ईरा शाप्स : उपायुक्त हेमराज बैरवा

ईरा शॉप का शुभारंभ करते हुए उपायुक्त।

धर्मशाला, 28 अप्रैल (Udaipur Kiran) । महिला स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पादों की बिक्री के लिए ई-काॅमर्स वैबसाइट सुविधा प्रदान की जा रही है ताकि महिला सशक्तिकरण की दिशा में पहल की जा सके। सोमवार को कांगड़ा में हिम ईरा शाॅप का शुभारंभ करने के उपरांत उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की ब्रांडिंग तथा विपणन के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि हिम ईरा शाॅप में कांगड़ा उपमंडल के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों अपने उत्पाद बेचने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सृदृढ़ करने की दिशा में हिम ईरा शाप्स की अहम भूमिका रहेगी चूंकि ग्रामीण स्तर पर महिला स्वयं सहायता समूह आर्गेनिक तरीके से अलग अलग उत्पाद तैयार करते हैं तथा हिम ईरा शाप्स के माध्यम से इन उत्पादों के विपणन की बेहतर सुविधा मिलेगी।

उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को उत्तम क्वालिटी से तैयार करने का प्रशिक्षण भी दिया गया है इसके साथ ही उत्पादों की पैकेजिंग के लिए उचित कदम उठाए गए हैं ताकि मार्केट में इन उत्पादों की डिमांड बढ़ सके। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला भर में चरणबद्व तरीके से हिम ईरा शाॅप्स निर्मित की जा रही है इससे पहले धर्मशाला के डीसी कार्यालय परिसर तथा जिला परिषद भवन के नजदीक हिम ईरा शाप्स आरंभ की गई हैं जबकि अन्य उपमंडलों में भी हिम ईरा शाप्स के निर्माण के लिए उचित कदम उठाने के दिशा निर्देश दिए हैं।

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को आनलाइन बेचने के लिए भी हिम ईरा की वेबसाइट तैयार की गई तथा सभी स्वयं सहायता समूहों को वेबसाइट के साथ जोड़ा जा रहा है ताकि भविष्य में स्वयं सहायता समूह आनलाइन भी अपने उत्पादों को बेच सकें। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग तथा पंचायती राज विभाग को हिम ईरा शाप्स के माध्यम से हो रही बिक्री के बारे में विशेष फोक्स करने के लिए कहा गया है इसके साथ ही कमियों को भी दूर करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि उत्पादों के विपणन के इस माॅडल को सफल बनाया जा सके। उन्होंने बागबानी तथा कृषि विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण विकास विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर हिम ईरा शाप्स के माध्यम से जैविक बागबानी तथा कृषि उत्पाद बचने के लिए भी प्लान तैयार किया जाए।

(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया

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