

अनूपपुर, 27 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जल ही पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व का आधार है। इस की एक-एक बूंद सहेजने की आवश्यकता है। प्रदेश में 30 मार्च से शुरू हुआ जल गंगा जल संवर्धन अभियान का सिलसिला जन-सहभागिता से अब जन अभियान बन चुका है। मध्यप्रदेश सरकार जल-संरक्षण एवं संवर्धन को जन-आंदोलन के रूप में विकसित कर ‘जल-समृद्ध मध्य प्रदेश’ बनाने की दिशा में सतत कार्य कर रही है। यह बात प्रदेश के वन, पर्यावरण राज्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप अहिरवार रविवार को अनूपपुर जिले के जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत करौंदाटोला में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि ‘जल-गंगा संवर्धन अभियान’ अब प्रदेश के हर गांव, हर परिवार और हर नागरिक की सहभागिता वाला जन-अभियान बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार व्यक्त करता हूं कि वह प्रदेश एवं प्रदेश की जनता के विकास के लिए कठोर परिश्रम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान 30 मार्च से 30 जून तक लगातार चलाया जा रहा है, अभियान के अंतर्गत नदी, खेत तालाब, पोखर सहित सभी जल स्रोतों के संरक्षण का कार्य चल रहा है। सभी मंत्री, विधायक, जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं कर्मचारियों तथा आम नागरिक अपने-अपने स्तर पर 90 दिन तक चलने वाले इस अभियान का हिस्सा बनकर अपना योगदान दे रहे हैं, जो सराहनीय है।
राज्य मंत्री अहिरवार ने बताया कि हमारी सरकार अनेक क्षेत्रों में अपना सराहनीय योगदान दे रही है। हमारी सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं संचालित की जा रही है। जिसमें प्रत्येक गरीब को खुद का पक्का मकान, कृषकों को किसान कल्याण योजना तथा किसान सम्मान निधि के माध्यम से साल में 12 हजार रुपए तथा लाडली बहनों को हर माह उनके खाते में 1250 रुपए प्राप्त हो रहे हैं तथा युवाओं को बेहतर भविष्य एवं रोजगार दिलाने के उद्देश्य रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव जैसे कार्यक्रम किए जा रहे हैं। ऐसे क्रांतिकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों से गरीब, कृषक, महिला एवं युवाओं के कल्याण का कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम को जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के पूर्व अध्यक्ष श्री हीरा सिंह श्याम ने भी संबोधित किया।
श्रमदान, कर दिया जल संरक्षण का संदेश
वन, पर्यावरण राज्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री ने ग्राम पंचायत करौंदा टोला के स्थानीय तालाब में जीर्णोधार कार्य का शुभारंभ किया तथा श्रमदान कर जल संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने ग्रामीणों से अपील भी किया कि सभी ग्रामीण जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत सहभागिता निभाते हुए जल स्रोतों को सहेजने एवं उनका संवर्धन करने का कार्य करें।
जिले में 3500 खेत तालाब एवं जल स्रोतों का किया जाएगा संवर्धन
अनूपपुर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत 3500 से अधिक तालाबों एवं जल स्रोतों का संरक्षण एवं संवर्धन का लक्ष्य रखा गया है। जिसके तहत प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की गतिविधियों की जाती है, जिससे जल का संरक्षण एवं संवर्धन हो सके।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
