
धमतरी, 27 अप्रैल (Udaipur Kiran) । तेज-आंधी तूफान व गरज-चमक के साथ रात में अंचल में जमकर बारिश हुई है। आंधी-तूफान से जगह-जगह पेड़ टूटे। नगरी ब्लाॅक के कुछ गांवों में पेड़ टूटने से भारी नुकसान हुआ है, इससे जनजीवन प्रभावित रहा। वर्षा थमने के बाद वैवाहिक कार्यक्रम वाले घरों में लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि खराब मौसम और वर्षा के कारण वैवाहिक कार्यक्रम प्रभावित हुआ। इधर रबी सीजन में धान फसल लेने वाले किसानों के खेतों में फसल पककर तैयार है। बेमौसम बारिश व आंधी-तूफान से ऐसे किसानों की धड़कनें तेज हो गई है। बेमौसम बारिश होने के दूसरे दिन 27 फरवरी को तापमान का पारा चार से पांच डिग्री गिर गया।
शनिवार को लोग गर्मी से परेशान रहे। रात में भी भारी उमस रही। रात सवा 11 बजे मौसम का मिजाज बदला। आंधी-तूफान के साथ तेज वर्षा होने लगी। कुछ समय बाद तेज गर्जना व बिजली की कड़कड़ाहट के साथ वर्षा होती रही। वहीं आंधी-तूफान के बीच कई स्थानों के होर्डिंग, बैनर, पोस्टर उड़ गए तो कई बड़े बैनर फट गए। वहीं कई स्थानों पर पेड़ों के डंगाल टूटकर गिर गए। जानकारी के अनुसार वनांचल क्षेत्रों में भी तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ जमकर वर्षा हुई। सिहावा थाना के परिसर में स्थित करीब 130 वर्ष पुरानी विशालकाय नीम के पेड़ का कई बड़ा डंगाल व पेड़ का बड़ा हिस्सा गिर गया। घटना के समय यहां कोई नहीं होने से सब सुरक्षित रहे। हालांकि पेड़ के पास से लगे बिजली का पोल और तार टूटकर बिखर गया, इसके चलते सिहावा में लंबे समय तक विद्युत आपूर्ति बंद रही। वनांचल के कुछ गांवों में तेज वर्षा के साथ ओलावृष्टि भी होने की जानकारी है, इससे किसानों के रबी धान फसल व सब्जी फसल को नुकसान पहुंचा है। विद्युत बंद होने और आने का सिलसिला जारी रहा। दिनभर भारी गर्मी के बीच रात में अचानक हुई बेमौसम वर्षा से वातावरण ठंडा हो गया। गर्मी से लोगों को राहत मिली है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
