Jharkhand

आग से झुलसी युवती गंभीर

अस्पताल में भर्ती पायल
पुलिस से गुहार लगाती पायल और उसकी मां सुषमा सिंह का फाइल फोटो

रामगढ़, 26 अप्रैल (Udaipur Kiran) । रामगढ़ थाना क्षेत्र की महतो टोला निवासी पायल सिंह की हालत में कोई सुधार नहीं है। घटना के 24 घंटे के बाद भी आरोपी सुमित पुलिस के कब्जे से बाहर है। शनिवार की शाम पायल की मां सुषमा सिंह ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सुमित और उसके परिवार वालों की वजह से उनकी बेटी ने खुद को जला लिया। अस्पताल में उन्हें दावों के लिए कर्ज पर रुपए लेने पड़ रहे हैं। ऐसी हालत में भी उन्हें सिर्फ न्याय की ही उम्मीद है। उन्होंने कहा कि जब तक सुमित और उसके परिवार के सदस्य गिरफ्तार नहीं होंगे, उनके कलेजे को ठंडक नहीं पहुंचेगी। रामगढ़ महिला थाना पुलिस अगर तत्परता दिखाती और सुमित को गिरफ्तार कर लेती तो उनकी बेटी की यह नौबत नहीं होती।

सुषमा सिंह ने अपनी बेटी की प्रेम कहानी भी मीडिया को बताई है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार मध्यम वर्गीय है। घर के खर्च के लिए सभी सदस्यों को कमाना पड़ता है।उनकी बेटी रांची के एक रेस्टोरेंट में काम करती थी और खुश थी। इसी दौरान फेसबुक पर उसकी दोस्ती वेस्ट बोकारो, घाटो निवासी सुमित कुमार के साथ हुई। फेसबुक चैट से उनकी बातें शुरू हुई और फिर मुलाकात भी होने लगी। अपनी हवस मिटाने के लिए सुमित ने पायल का इस्तेमाल किया। जब भी पायल ने शादी की बात रखी, सुमित उसे टालता रहा। एक दिन वह पायल को चुट्टूपालू घाटी के माया टुंगरी मंदिर ले गया और उसकी मांग में सिंदूर भर दिया। सुमित पायल का शरीर पाना चाहता था। इस दौरान सुमित की नौकरी टाटा कंपनी में हो गई। जमशेदपुर में ही वह किराए के मकान में रहने लगा। वहीं उसने पायल को भी रखा था। सुमित ने भ्रम में रखकर पायल का यौन शोषण किया है।

सुषमा सिंह ने बताया कि सुमित के साथ रहते हुए उनकी बेटी पायल ने ससुराल में भी कई बार फोन किया। सुमित के पिता पप्पू सिंह को भी उसने कई बार कॉल किया है। कॉल डिटेल पुलिस निकालेगी तो सारा माजरा साफ हो जाएगा। उनकी बेटी अब जिंदगी और मौत से जूझ रही है डॉक्टर ने 90 फ़ीसदी बर्निंग केस बताया है।

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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश

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