Jammu & Kashmir

पहलगाम हमले के विरोध में जम्मू संभाग के राजनीतिक दलों, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने बड़े पैमाने पर किए विरोध प्रदर्शन

पहलगाम हमले के विरोध में जम्मू संभाग के राजनीतिक दलों, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने बड़े पैमाने पर किए विरोध प्रदर्शन

जम्मू, 23 अप्रैल (Udaipur Kiran) । दक्षिण कश्मीर के पहलगाम पर्यटन स्थल पर हुए घातक आतंकवादी हमले के मद्देनजर बुधवार को जम्मू क्षेत्र में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों, सामाजिक-राजनीतिक और धार्मिक संगठनों द्वारा बड़े पैमाने पर पाकिस्तान विरोधी विरोध प्रदर्शन किया गया जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए और जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।

प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के पुतले जलाए और नारे लगाते हुए पड़ोसी देश, आतंकवादियों और जम्मू-कश्मीर में उनके समर्थकों को करारा जवाब देने की मांग की। आतंकवादियों ने मंगलवार दोपहर अनंतनाग जिले के पहलगाम शहर के पास एक घास के मैदान में गोलीबारी की जिसमें 26 लोग मारे गए जो ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले को 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला बताया जा रहा है।

शहर में विरोध मार्च निकालने की अनुमति मांगते समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हुई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक युद्धवीर सेठी के नेतृत्व में भगवा पार्टी, विश्व हिंदू परिषद (विहिप), बजरंग दल और अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा शहर के सतवारी इलाके में एक संयुक्त विरोध मार्च निकाला गया। पाकिस्तान, उसके सेना प्रमुख, आतंकवादियों और उनके स्थानीय समर्थक ढांचे के खिलाफ नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने पड़ोसी देश और जम्मू-कश्मीर में उसके आतंकवादी नेटवर्क को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की। उन्होंने पाकिस्तान का झंडा भी जलाया।

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मंत्री प्रिया सेठी ने संवाददाताओं से कहा कि हम चाहते हैं कि सुरक्षाबल आतंकवादियों और उनके स्थानीय समर्थक ढांचे पर कार्रवाई करें। पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए। शहर में एक और विरोध मार्च का नेतृत्व करने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि हम अपने भाइयों की हत्याओं का बदला लेंगे। चाहे कुछ भी हो जाए, आतंकवादियों और उनके स्थानीय समर्थकों को जल्द ही खत्म कर दिया जाएगा।

कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं ने जम्मू में पार्टी कार्यालय से एक रैली निकाली लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया जिसके परिणामस्वरूप एक संक्षिप्त झड़प हुई। पूर्व मंत्री योगेश साहनी के नेतृत्व में मार्च में भाग लेने वालों ने पाकिस्तान और आतंकवादियों के खिलाफ नारे लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और देश के लोग उन लोगों के साथ खड़े हैं जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने प्रियजनों को खो दिया है। साहनी ने कहा कि सरकार को हमले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए।

जम्मू चैबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जेसीसीआई), जम्मू बार एसोसिएशन (जेबीए), ऑल जम्मू एंड कश्मीर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन और जम्मू ट्रेडर्स एसोसिएशन, जिन्होंने बंद का आह्वान किया था ने भी पाकिस्तान के खिलाफ अलग-अलग विरोध मार्च निकाले। शिवसेना डोगरा फ्रंट, राष्ट्रीय बजरंग दल और अन्य संगठनों ने टायर और पाकिस्तान के झंडे जलाए।

राष्ट्रीय बजरंग दल के अध्यक्ष राकेश ने संवाददाताओं से कहा कि ये लक्षित हत्याएं थीं। हमारी मांग है कि पाकिस्तान और उसके स्थानीय समर्थन आधार के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

डोडा, किश्तवाड़, रियासी, कटरा, उधमपुर, कठुआ, सांबा, बनिहाल, रामबन, पुंछ और राजौरी में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन हुए। भाजपा, कांग्रेस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) सहित अधिकांश राजनीतिक दलों ने पहलगाम हमले में अपने परिजनों को खोने वालों के साथ एकजुटता व्यक्त की।

कई मुस्लिम संगठनों ने संयुक्त रूप से और व्यक्तिगत रूप से राजौरी, पुंछ, डोडा, किश्तवाड़, बनिहाल और उधमपुर में विरोध मार्च निकाले। उन्होंने हमले की निंदा की और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। एक नेता एजाज खान ने कहा कि हम इस हमले की निंदा करते हैं। यह गैर-इस्लामी है। इस्लाम बेगुनाहों की हत्या की इजाजत नहीं देता। हम चाहते हैं कि सरकार दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।

पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ सीमावर्ती शहर राजौरी में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए और लोग सड़कों पर उतर आए। मोहन सनातन धर्म सभा राजौरी के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया गया और लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ अंतिम हमले का आह्वान किया।

(Udaipur Kiran) / सुमन लता

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