Madhya Pradesh

खरगोनः सड़क दुर्घटनाओं को रोकने कमेटी ऑन रोड़ सेफ्टी की हुई बैठक

खरगोनः सड़क दुर्घटनाओं को रोकने कमेटी ऑन रोड़ सेफ्टी की हुई बैठक
कलेक्टर ने ली कृषि अदान विक्रेताओं की बैठक

– ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटनाएं रोकने के लिए तत्परता से किए जाएं आवश्यक उपायः कलेक्टर भव्या मित्तल

खरगोन, 23 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जिला सड़क सुरक्षा समिति के अंतर्गत सड़क दुर्घटनाओं की मॉनिटरिंग करने एवं सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए कलेक्टर भव्या मित्तल की अध्यक्षता में बुधवार को को कमेटी ऑन रोड़ सेफ्टी की बैठक आयोजित की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा एवं कमेटी के सभी सदस्य उपस्थित थे। कलेक्टर ने बैठक में सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क दुर्घटना रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय किये जाएं। ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित स्थलों पर अतिक्रमण हटाने, झाड़िया हटाने, साईड सोल्डर भरने, रेडियम केट-आई लगाने, स्पीड ब्रेकर, क्रेश बेरियर, रम्बल स्ट्रीप एवं चेतावनी बोर्ड लगाने की कार्यवाही की जाए। खरगोन सहित जिले के सभी नगरीय क्षेत्र में सड़क किनारे किये गए अतिक्रमण के कारण दुर्घटना होने की आशंका को देखते हुए उन्होंने सभी एसडीएम एवं नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को सख्ती से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए।

बैठक में कलेक्टर ने एमपीआरडीसी द्वारा खरगोन में पीएचई कार्यालय से प्रेम नगर तक एवं बडूद से सताजना रोड़ पर सड़क दुर्घटना रोकने के लिए कोई कार्यवाही नहीं करने एवं बैठकों में उपस्थित नहीं होने पर उनके विरूद्ध कार्यवाही करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर भविष्य में कोई सड़क दुर्घटना होगी तो इसके लिए एमपीआरडीसी के अधिकारी को जिम्मेदार माना जाएगा।

बैठक में पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा ने पावर पाईंट प्रजेटेशन के माध्यम से खरगोन जिले में आने वाली सभी सड़कों पर चिन्हित ब्लैक स्पॉट की जानकारी दी और बताया कि जिन स्थानों पर पिछले 03 वर्ष में 05 से अधिक लोगों की दुर्घटना में मृत्यु हो गई है या गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ऐसे 28 स्थानों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है। खरगोन जिले में वर्ष 2024 में हुई 1024 सड़क दुर्घटनाओं में 405 लोगों की मृत्यु हुई है और 1199 व्यक्ति घायल हुए हैं। इनमें से 159 व्यक्तियों की मृत्यु ब्लैक स्पॉट पर हुई है। वर्ष 2024 में हेलमेट नहीं पहनने के कारण 208 एवं सीट बेल्ट नहीं लगाने के कारण 58 लोगों की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हुई है। ब्लेक स्पॉट पर दुर्घटनाएं रोकने के लिए संबंधित विभाग को तत्परता के साथ उपाय करना होगा।

बैठक में बताया गया कि पेट्रोल पम्पों के सामने अनावश्यक रूप से सड़क किनारे बड़े वाहन खड़े कर दिये जाते हैं, जिसके कारण भी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। अतः सभी पेट्रोल पम्प संचालकों को निर्देशित किया गया है कि पम्प के सामने सड़क किनारे वाहन खड़े न करने दें। खरगोन के मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि खरगोन शहर में सड़कों के किनारे टेमला फाटा, जिला अस्पताल के बाहर, बावड़ी बस स्टेण्ड एवं अन्य स्थानों पर किये गए अतिक्रमण को सख्ती से हटाएं।

बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएस सिसोदिया, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री विजय सिंह पंवार, जिला परिवहन अधिकारी रितु अग्रवाल, शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी कुशल सिंह डुडवे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी एमआर निगवाल, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क ईकाई के महाप्रबंधक, यातायात प्रभारी, एनएचपीडब्ल्यूडी, नेशनल हाईवे अथारिटी के अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

30 अप्रैल से पूर्व अधिक से अधिक मात्रा में कपास बीज का भण्डारण करने के निर्देश

खरीफ-2025 में फसलों की बुआई को ध्यान में रखते हुये कलेक्टर भव्या मित्तल की अध्यक्षता में बुधवार को कपास बीज वितरण को लेकर जिले के कृषि विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, लायसेंसधारी डिस्ट्रीब्यूटर/डीलर, कम्पनियों के प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर ने बैठक में कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं बीज विक्रेताओं को सख्त हिदायत दी कि कपास बीज के वितरण को लेकर जिले में किसी भी प्रकार की लॉ एण्ड ऑर्डरे की स्थिति नही बनना चाहिए। इसके लिये सभी कम्पनियों को कपास बीज 30 अप्रैल से पूर्व अधिक से अधिक मात्रा में भण्डारित कर, अंतिम डीलर तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जिले में कपास बीज के वितरण पर कड़ी निगरानी रखी जाए। किसानों को कपास बीज निर्धारित कीमत पर ही मिलना चाहिए। कपास बीज की कालाबाजारी एवं अधिक दाम पर बीज विक्रय पाये जाने पर लायसेंस निरस्ती की कार्यवाही करने के साथ ही दोषी व्यक्त्यिों पर एफआईआर कराई जाए। कपास की सभी किस्मों के बीज का समानुपातिक वितरण पर ध्यान दिया जाए।

बैठक में कृषि उप संचालक शिवसिंह राजपूत द्वारा बताया गया कि जिले की मुख्य फसल कपास की कुल रकबे के लगभग 46 प्रतिशत अर्थात 01 लाख 90 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की जाती है। कृषकों द्वारा कपास की बुवाई शुभ मुहूर्त अक्षय तृतीया (30 अप्रैल 2025) से कर दिया जाता है। जिले में लगभग 98 प्रतिशत क्षेत्र में बीटी कपास ही बोया जाता हैं। कपास बीज का वितरण जिले के लायसेंसधारी डिस्ट्रीब्यूटर/डीलर के माध्यम से ही किया जाता है। बताया गया कि इन दिनों गर्मी अधिक होने से अक्षय तृतीया पर कपास की बोनी करने से फसल के खराब होने की आशंका बनी रहेगी। इससे बचने के लिए किसानों को कपास की बोनी 20 मई के बाद ही करने के लिए कृषि विभाग की मैदानी अमले, डिस्ट्रीब्यूटर, डीलर एवं कम्पनी के प्रतिनिधियों द्वारा समझाईश दी जाएं।

(Udaipur Kiran) तोमर

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