RAJASTHAN

चारागाह भूमि विकास के लिए 30 लाख रुपये देने की घोषणा

शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर

जयपुर, 22 अप्रैल (Udaipur Kiran) । शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि राज्य के 150 पंचायत क्षेत्रों में वनस्पति बीज बैंकों की स्थापना की जाएगी, जिसके माध्यम से स्थानीय वनस्पति एवं घास प्रजातियों का संरक्षण, संग्रहण और संवर्धन किया जाएगा। इससे राज्य के चारागाह समृद्ध होंगे और पशुधन पोषण को बल मिलेगा।

दिलावर राजस्थान मुख्य अतिथि के रूप में कृषि अनुसंधान संस्थान, दुर्गापुरा, जयपुर में विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर आयोजित वनस्पति बीज बैंक राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सतत कृषि, पर्यावरण संतुलन तथा पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक कृषि प्रणाली से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। दिलावर ने प्रकृति अनुकूल जीवनशैली अपनाने तथा जल, जंगल और जमीन के संरक्षण में सहभागी बनने का आह्वान किया।

उन्होंने पृथ्वी के समक्ष उत्पन्न संकट की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि हमनें इसकी मिट्टी, जल और वायु को प्रदूषित कर दिया है। नदियाँ, पेड़-पौधे, पशु-पक्षी सब धरती के श्रृंगार हैं। यदि हम इन्हें बचाएंगे, तभी धरती का सौंदर्य और संतुलन बना रहेगा। उन्होंने गाय के दूध की महत्ता को रोचक उदाहरणों के माध्यम से प्रस्तुत करते हुए गाय संरक्षण और पालन पर भी बल दिया।

उन्होंने पानी की कमी को दूर करने के लिए तालाब, कुण्ड सुरक्षित रखने और ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने पर जोर दिया। उन्होंने पाॅलिथीन उपयोग न करने की भी अपील की।

शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने राजस्थान कृषि अनुसंधान संस्थान, दुर्गापुरा स्थित मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन विभाग के नवीनीकृत भवन का लोकार्पण भी किया।

कार्यशाला के दौरान बीज बैंक प्रदर्शनी में महिला स्वयं सहायता समूह और ग्रामीण किसान संगठनों ने अपने-अपने स्तर पर संरक्षित देसी बीजों से जैविक खेती के मॉडल और बीज वितरण प्रणाली का प्रदर्शन किया। दिलावर ने प्रत्येक स्टॉल पर जाकर विस्तार से जानकारी ली. किसानों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि बीज किसी भी कृषि भूमि की पहली सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। अगर बीज उत्तम होगा तो फसल भी समृद्ध होगी। इससे किसानों की आय भी बढ़ेगी।

चारागाह विकास के लिए भंवरलाल खटीक का किया सम्मान

शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने मांडलगढ, भीलवाड़ा जिले के वरुधनी गांव के भंवरलाल खटीक द्वारा चारागाह भूमि विकास एवं वनस्पति संरक्षण के लिए अदभुत एवं प्रशंसनीय कार्य करने के लिए सम्मानित किया ।भंवर लाल खटीक ने पिछले 35 साल के अनवरत एवं अथक परिश्रम से 200 हेक्टेयर क्षेत्र में अपने निजी प्रयासों से चारागाह विकसित किया है, जो पर्यावरण और पशुधन संरक्षण के लिए वरदान है।

शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कोटा जिले की रामगंज मंड़ी विधानसभा क्षेत्र में चारागाह भूमि के विकास के लिए फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी (एफईएस) को 30 लाख रुपये देने की कार्यशाला के दौरान घोषणा की।

दिलावर ने राजस्थान में बीज बैंक की स्थापना के लिए मार्गदर्शिका पुस्तिका एवं पोस्टर, आपणी माटी पहचानो पुस्तिका एवं खाद, उर्वरक एवं मृदा संरक्षण पुस्तक का भी कार्यशाला के दौरान विमोचन किया और वनस्पति बीज बैंक की स्थापना के लिए 150 पंचायतों के लिए 97 लाख रुपये का चेक भी जारी किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री कर्ण नरेन्द्र सिंह कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर के कुलपति प्रो. बलराज सिंह ने जलवायु परिवर्तन, भूमि क्षरण और जैव विविधता में हो रही कमी की पृष्ठभूमि में ऐसे कार्यक्रमों को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि कृषि अनुसंधान संस्थानों की यह जिम्मेदारी है कि वे नई पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण, सतत कृषि तथा प्राकृतिक संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग काे प्रेरित करें। राज्य सरकार की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन अनुसंधान और विस्तार तंत्र के समन्वय से ही संभव है।

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(Udaipur Kiran) / मूलचंद

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