गोरखपुर, 21 अप्रैल (Udaipur Kiran) । सहजनवा थानाक्षेत्र में बीते गुरुवार रात हुई प्रदीप साहनी की हत्या का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया साथ ही दो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हालांकि हत्या का मुख्य आरोपित थाना अंतर्गत मुस्तफाबाद मलऊर टोला कटहिया निवासी राम सिंह अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर फरार चल रहा है।
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद उर्फ मलऊर निवासी हिंमाशु सिह पुत्र सत्येन्द्र प्रताप सिह, धर्मदास पट्टी निवासी बृजेश पुत्र महेन्द्र प्रसाद और संतकबीर नगर जिले के थाना कोतवाली अंतर्गत बस्तीदेवा निवासी रितेश यादव पुत्र जनार्दन यादव के रूप में हुई।
पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर की मौजूदगी में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि सेमराडाड़ी का रहने वाले प्रदीप साहनी पिछले आठ वर्षों से भेलउर ढड़ौला गांव की रहने वाली शिल्पा के साथ पति पत्नी की तरह रहता था। 17 अप्रैल देर रात शिल्पा सिवान में गेहूं की दवरी करा रही थी। प्रदीप कुमार उर्फ गोलू मजदूरों के लिए गुटका लेने गया था। वहीं शिल्पा के पुराने करीबी राम सिंह से नोक झोंक हो गई। जिसको लेकर राम सिंह ने अपने साथियों के साथ प्रदीप का पीछा किया और उसे रास्ते में रोक कर लाठी डंडों से पीट कर हत्या कर दी।
–नोंकझोंक के दौरान साथियों को किया था फोन
प्रदीप से हुई नोंकझोंक के दौरान राम सिंह ने हिमांशु को फोन किया था और अपने साथियों को लेकर मौके पर बुलाया। इधर प्रदीप गुटखा लेकर अपनी स्कूटी से वापस भेलउर ढड़ौला गांव की तरफ चल पड़ा। उधर हिमांशु, रितेश, बृजेश और अन्य दो साथियों को लेकर मौके पर पहुंच गया।
–शिल्पा और प्रदीप की नजदीकियों राम सिंह को लगती थी नागवार
एसपी नॉर्थ ने बताया कि राम सिंह पहले शिल्पा का करीबी था। लेकिन आठ साल पहले शिल्पा की मुलाकात प्रदीप से हुई और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी। राम सिंह को यह बात नागवार लग रही थी। इस वजह से उनके बीच रंजिश थी। इन्हीं बातों को लेकर 17 अप्रैल की रात दोनों की नोंकझोंक हुई और फिर राम सिंह और उसके साथियों ने घटना को अंजाम दिया।
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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय
