
उदयपुर, 21 अप्रैल (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं मीडिया समन्वयक अभय दुबे ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामला भाजपा द्वारा ध्यान भटकाने, बरगलाने और तथ्यों को तोड़-मरोड़ने का एक प्रयास है। जब संपत्ति और पैसा कहीं किसी को हस्तांतरण ही नहीं हुआ तो यह मनी लॉन्ड्रिंग कैसे हुआ। यह भाजपा का मात्र देश के सामने मौजूद महत्वपूर्ण मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश है।
उन्होंने सोमवार को यहां होटल कजरी में पत्रकारों से वार्ता में कहा कि हाल ही गुजरात में हुए कांग्रेस पार्टी के ऐतिहासिक अधिवेशन से बौखलाई भाजपा ने फिर से कांग्रेस पार्टी पर अपनी पसंदीदा आपराधिक वसूली मशीन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को छोड़ दिया है। दुबे ने कहा कि वर्ष 2023 में ईडी ने एक अंतरिम कुर्की आदेश जारी किया, जिसकी पुष्टि 10 अप्रैल 2024 को एक न्यायाधिकरण ने की। तब ईडी के पास आरोपपत्र दाखिल करने के लिए 365 दिन थे। 365वें और अंतिम दिन 9 अप्रैल को ईडी ने आरोपपत्र दाखिल किया, जिसकी रिपोर्ट केवल मीडिया में आ रही है, लेकिन आरोपपत्र की विषय-वस्तु अभी तक सार्वजनिक नहीं हुई है। अगर कोई सबूत या वास्तविक गड़बड़ी होती, तो सरकार को आखिरी दिन तक इंतजार नहीं करना पड़ता।
दुबे ने कहा कि विडंबना यह है कि पहली बार मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप ऐसे मामले में लगाए जा रहे हैं, जिसमें एक भी पैसा या संपत्ति हस्तांतरित नहीं की गई है। बैलेंस शीट को कर्ज मुक्त बनाने के लिए कर्ज को इक्विटी में बदला जाता है। यह एक आम प्रथा है और पूरी तरह से कानूनी है। जब पैसा ही नहीं है, तो लॉन्ड्रिंग कहां है? यह एक षड्यंत्रकारी राजनीतिक ठगी है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के परिवार के खिलाफ मनगढ़ंत मामलों में की जा रही साजिश सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग ही है। उन्होंने कहा कि सत्य की जीत होगी। प्रेसवार्ता में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता महासचिव पंकज कुमार शर्मा, प्रवक्ता डॉ संजीव राजपुरोहित, अशोक तंबोली, फिरोज अहमद शेख आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / सुनीता
