Chhattisgarh

सवा नौ करोड़ की चना खरीद के दो माह बाद भी किसानों को भुगतान नहीं

तैयार चना फसल। फाईल

धमतरी, 21 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जिले में मार्च माह से समर्थन मूल्य पर चना की खरीद शुरू हुई है, लेकिन किसानों को अब तक भुगतान नहीं हुआ है। जबकि दो माह बीतने वाला है। मार्च से अब तक जिले में सवा नौ करोड़ रुपये से अधिक का चना खरीद हो गई है। चना खरीद के बाद भुगतान में हो रही लेटलतीफी पर कलेक्टर ने सोमवार को राज्य के कृषि उत्पादन आयुक्त से आग्रह कर भुगतान के लिए पत्र लिखा है, ताकि शीघ्र ही भुगतान हो सके। चना बेचने के बाद भुगतान के इंतजार में बैठे किसानों को जल्द ही भुगतान कराने का किसानों को जिला प्रशासन से आश्वासन मिला है।

धमतरी जिले में समर्थन मूल्य पर चने की खरीद के बाद किसानों को राशि का भुगतान अब जल्द ही हो जाएगा। कलेक्टर ने चने की राशि के जल्द भुगतान के लिए राज्य के कृषि उत्पादन आयुक्त से आग्रह किया है। कलेक्टर ने इस संबंध में एक अर्धशासकीय पत्र भी कृषि उत्पादन आयुक्त को भेजा है। उन्होंने आशा जताई है कि जल्द ही चना बेचने वाले किसानों को उनकी राशि का भुगतान उनके बैंक खातों में कर दिया जाएगा। जिले में एक मार्च से समर्थन मूल्य पर चने की खरीद की गई है। जिले में आठ सहकारी समितियों में उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। इन सभी उपार्जन केन्द्रों में एक हजार 760 चना उत्पादक किसानों ने 16 हजार 369 क्विटल चना समर्थन मूल्य पर बेचा है। किसानों को पांच हजार 650 रुपये प्रति क्विंटल की दर से राशि का भुगतान किया जाएगा। जिलेभर के किसानों ने नौ करोड़ 24 लाख 84 हजार 850 रुपये का चना बेचा है। इन किसानों को भुगतान मिलने का बेसब्री से इंतजार है।

केन्द्रीय एजेंसी एनसीसीएफ को जिले में चना उपार्जन के लिए नामित किया गया है। अब तक 16 हजार 369 क्विंटल चने का उपार्जन किया जा चुका है, परन्तु एजेंसी द्वारा किसी भी किसान को चने की राशि भुगतान नहीं की गई है। चना बेचने के बाद भुगतान में हो रही लेटलतीफी को लेकर कलेक्टर ने एपीसी को भेजे पत्र में आग्रह किया है कि उपार्जित चने का भुगतान नहीं होने से किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। किसानों को समय पर उनके उत्पाद का दाम दिलाने के लिए कलेक्टर ने संबंधित एजेंसी को निर्देशित करने का आग्रह कृषि उत्पादन आयुक्त से किया है। जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष जिले में व्यापक पैमाने पर फसल चक्र परिवर्तन अभियान चलाया गया था। इस अभियान के कारण जिले में दलहनी फसलों का कुल क्षेत्र 15 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 30 हजार हेक्टेयर तक पहुंच गया है। जिले में इस अभियान के तहत सबसे अधिक रकबे में चने की फसल लगाई गई। एकीकृत किसान पोर्टल के माध्यम से जिले के 10 हजार 777 किसानों ने लगभग 11 हजार 750 हेक्टेयर रकबे में लगी चने की फसल को बेचने के लिए पंजीयन कराया है। समर्थन मूल्य पर चना खरीदी के लिए सभी विकासखंडों में आठ उपार्जन केंद्र खोले गए हैं।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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