रामबन, 21 अप्रैल (Udaipur Kiran) । रामबन के डिप्टी कमिश्नर बसीर-उल-हक चौधरी ने बताया कि भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बंद हुए जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) को पूरी तरह से साफ होने में दो दिन लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि कल शाम या अगली सुबह तक एकतरफा यातायात की अनुमति देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
डीसी ने कहा कि हम राजमार्ग को साफ करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। राजमार्ग पर कोई वाहन फंसा नहीं है। पहले करीब 140 वाहन फंसे हुए थे, लेकिन अब सभी को सुरक्षित रूप से बनिहाल की ओर ले जाया गया है, जिससे यात्रियों और उनके परिवारों की चिंता कम हो गई है। एसएसपी रामबन कुलबीर सिंह के साथ व्यक्तिगत रूप से जमीनी स्तर पर स्थिति की निगरानी करके मार्ग बहाली में तेजी लाने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयासों का समन्वय कर रहे हैं।डीसी ने कहा कि हमारी टीमें रामबन में सक्रिय हैं और इस कठिन समय में लोगों की पूरी तरह से सहायता कर रही हैं।
रामबन सेक्टर में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण राजमार्ग कल से बंद है, जिससे कई जगहों पर काफी नुकसान हुआ है। यह राजमार्ग जम्मू और श्रीनगर के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क है और कश्मीर घाटी के लिए जीवनरेखा है। बहाली कार्य में तेजी लाने के लिए बनिहाल, कराचियाल, दिगदौल, मैत्रा और चंदरकोट से त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) तैनात किए गए हैं। केआरसीएल, सीपीपीएल और डीएमआर जैसी एजेंसियों की जेसीबी और अर्थ मूवर्स सहित भारी मशीनरी मलबे को हटाने और क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत के लिए लगातार काम कर रही है।
भारतीय सेना ने नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर फंसे हुए लोगों की सहायता करने, आवश्यक सेवाएं प्रदान करने और चल रहे मरम्मत कार्य में सहायता करने के लिए एक संयुक्त अभियान शुरू किया है। रामबन जिले में बचाव अभियान भी जारी है।
अधिकारियों ने लोगों से यात्रा संबंधी सलाह का पालन करने, अनावश्यक आवाजाही से बचने और आधिकारिक स्रोतों के माध्यम से अपडेट रहने का आग्रह किया है। जारी बारिश के कारण अधिक भूस्खलन का खतरा बना हुआ है, जिससे यात्रा असुरक्षित हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि वह एनएच-44 को यथाशीघ्र पुनः खोलने, व्यवधान को न्यूनतम करने तथा क्षेत्र की कनेक्टिविटी और आपूर्ति लाइनों को बहाल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।——————
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
