
मंदसौर, 19 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जिले के फतेहगढ़ में एक शादी समारोह में दूषित भोजन खाने से लगभग 150 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। बीमार लोगों का इलाज फतेहगढ़ के सरकारी स्कूल में किया गया स्कूल को ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बना दिया गया था मंदसौर जिला अस्पताल और धुंधड़का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पहुंची डॉक्टरों की टीम लोगों का उपचार किया।
जानकारी के अनुसार, 17 अप्रैल की शाम को फतेहगढ़ में आयोजित शादी समारोह में लगभग 500 लोगों ने भोजन किया था, कुछ लोग बाहर से शादी में शिरकत करने आए थे। समारोह में शामिल होने के बाद सभी लोग अपने-अपने गांव लौट गए थे। इसके बाद शुक्रवार से ही कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई थी, जिन्होंने अपना उपचार अपने स्तर पर करवा लिया था। इसके बाद शनिवार सुबह गांव के लगभग 150 लोग एक साथ बीमार हो गए। मरीजों के इलाज के लिए आनन-फानन में लिए फतेहगढ़ के सरकारी स्कूल में व्यवस्था की गई। मन्दसौर जिला अस्पताल और धुंधड़का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से डॉक्टरों की टीम लोगों के इलाज के लिए पहुंची है। जिस डेयरी से मिठाई बनाने के लिए मावा आया था प्रशासन ने उसे सील कर दिया है।
मिठाई खाने के बाद बिगड़ी तबीयत
घटना की जानकारी मिलते ही सांसद सुधीर गुप्ता और विधायक विपिन जैन मौके पर पहुंचे और बीमार लोगों का हालचाल जाना। स्वास्थ्य विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी है। अधिकारियों ने बताया कि 17 अप्रैल की रात को मंदसौर तहसील के ग्राम फतेहगढ़ में मुकेश ठन्ना (धाकड़) के परिवार में विवाह समारोह में करीब 500 लोगों ने भोजन किया था। इसके बाद सभी अपने घर आ गए थे। इसके बाद शनिवार की सुबह करीब 150 लोगों की तबीयत खराब होने लगी। सभी का फतेहगढ़ के सरकारी स्कूल में इलाज किया जा रहा है। मिठाई खाने के बाद तबीयत बिगड़ना बताया जा रहा है।
मंदसौर विधायक विपिन जैन ने बताया कि अभी प्रशासन से बात कर स्कूल और धर्मशाला में इलाज शुरू करवाया है। 150 व्यक्तियों की जान आफत में आ गई थी। कलेक्टर और सीएमएचओ संपर्क में है। वहीं मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के नहीं पहुंचने से सांसद सुधीर गुप्ता नाराज भी हुए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीएस चौहान ने बताया- फतेहगढ़ में लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए हैं, उनका इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें कार्य कर रही है। वहां स्थिति अभी कंट्रोल में है, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान भी वहां पहुंचाया है।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया
