
हरिद्वार, 17 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज को जगद्गुरु रामानन्दाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर द्वारा अपने सप्तम दीक्षान्त समारोह में विद्यावाचस्पति (डी. लिट.) की उपाधि से विभूषित किया गया।
हरिद्वार स्थित आचार्य पीठ हरिहर आश्रम के संवाद केंद्र से जारी विज्ञप्ति के अनुसार जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में संपन्न हुए समारोह में स्वामी अवधेशानन्द को राजस्थान के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हरिभाऊ किशनराव बागडे एवं लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिडला ने विशिष्ट अभिनन्दन पत्र के साथ विद्यावाचस्पति की मानद उपाधि प्रदान की।यह सम्मान उन्हें संस्कृत भाषा, भारतीय दर्शन, सनातन धर्म और गुरु-शिष्य परम्परा के संरक्षण एवं प्रसार में उनके अद्वितीय योगदान के लिए प्रदान किया गया।
इस अवसर पर राजस्थान सरकार के संस्कृत शिक्षामंत्री मदन दिलावर, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. रामसेवक दुबे समेत अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
