
लेह, 17 अप्रैल (Udaipur Kiran) । डिफेंस इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्माण तकनीक के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक छलांग लगाते हुए सिंप्लिफोर्ज क्रिएशंस और आईआईटी हैदराबाद ने समुद्र तल से 11,000 फीट की ऊँचाई पर लेह में भारत की पहली ऑन-साइट 3D प्रिंटेड सुरक्षात्मक मिलिट्री स्ट्रक्चर का निर्माण सफलतापूर्वक किया है। भारतीय सेना के साथ मिलकर प्रोजेक्ट प्रबल के तहत इसका निर्माण किया गया है। यह उपलब्धि विश्व की सबसे अधिक ऊंचाई पर इन-सीटू 3डी कंस्ट्रक्शन प्रिंटिंग की रिकॉर्ड बनाने वाली घटना बन गई है। इसे अत्यधिक ऊँचाई और कम ऑक्सीजन वाली परिस्थितियों में पूरा किया गया है।
आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर के.वी.एल. सुब्रमण्यम के नेतृत्व में सिंप्लिफोर्ज क्रिएशंस और आईआईटी-हैदराबाद की टीमों ने विशेष रूप से ऐसी 3डी प्रिंटिंग तकनीक विकसित की जो अत्यधिक चुनौतीपूर्ण स्थितियों में काम कर सके। इसे कुल चौदह घंटे की प्रिंटिंग अवधि में पूरा किया गया है।
सिंप्लिफोर्ज क्रिएशंस के सीईओ ध्रुव गांधी ने इस अवसर पर कहा लेह के ऊंचाई और कम-ऑक्सीजन वाले वातावरण में इस परियोजना को क्रियान्वित करना हमारी टीम और मशीनों दोनों के लिए एक बहुत बड़ी ऑपरेशनल चुनौती थी। रोबोटिक प्रिंटर सिस्टम को 24 घंटों के भीतर सेट-अप और चालू किया गया जो इसके फुर्तीलेपन और स्पीड को दर्शाता है। ऑक्सीजन की कमी ने बिजली प्रणालियों की कार्यक्षमता को प्रभावित किया जो सामान्य मैदानों की तुलना में कम ऊर्जा आउटपुट दे रही थीं साथ ही मानव दक्षता भी कम हो गई थी।
कम नमी और ऊंची यूवी ने निर्मित सामग्री की मजबूती को चुनौती दी। इन सभी बाधाओं के बावजूद हमने निर्धारित लक्ष्य को समय पर हासिल किया और 5 दिनों के रिकॉर्ड समय में एक मजबूत स्ट्रक्चर का निर्माण किया।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
