Jharkhand

मंत्री हफीजुल हसन के बयान के विरोध में भाजपा ने निकाला आक्रोश मार्च, बर्खास्त करने की मांग की

आक्रोश मार्च की तस्वीर
मार्च की तस्वीर
प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य

रांची, 17 अप्रैल (Udaipur Kiran) । झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन के संविधान से ऊपर शरीयत वाले बयान के विरोध में गुरुवार को रांची में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हाथों में संविधान लेकर जिला स्कूल से राजभवन तक आक्रोश मार्च निकाला। इस दाैरान

भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंत्री हफीजुल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मंत्री हफीजुल काे बर्खास्त करने की मांग की।

इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक प्रणाली है, जहां भारत की जनता ने बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान को अंगीकार किया है। भारत के नीति निर्माताओं ने संविधान को प्रधानता दी है। शरीयत एक निजी मामला है जो राजकाज में लागू नहीं हो सकता। मरांडी ने कहा कि आज संविधान की बात करने वाले कांग्रेस, झामुमो और राजद के लोग मौन हैं। सरकार के मंत्री खुलेआम संविधान की अवमानना कर रहे हैं। शरिया को प्रथम और संविधान को दूसरे दर्जे का मान रहे।

उन्होंने कहा कि झारखंड को संविधान से चलाना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जिम्मेदारी है। अगर किसी को शरिया ज्यादा पसंद है और उसके हिसाब से चलना है तो उसे मंत्रिमंडल से बाहर किया जाना चाहिए।

प्रदेश भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय ने कहा कि भाजपा ने एक देश में दो विधान का विरोध अपने स्थापना काल से किया है। झारखंड भाजपा की तपोभूमि है और इसे शरीया से चलाने की साजिश करने वालों को पार्टी बर्दाश्त नहीं कर सकती।

केन्द्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि राज्य सरकार तुष्टीकरण में आकंठ डूबी है। वोट बैंक की राजनीतिक परिणाम है कि संविधान की शपथ लेकर मंत्री बनने वाले संविधान की अवमानना करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री संजय सेठ ने कहा कि शासन प्रशासन को शरिया के हिसाब से चलाने की सोच रखने वालों का प्रजातंत्र में कोई स्थान नहीं है। ऐसे लोगों को कोई दूसरा विकल्प ढूंढना चाहिए। सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि धर्म के आधार पर देश का विभाजन कराने की मानसिकता के लोग आज भी देश में शरिया कानून का सपना देख रहे। इसे विफल करने के लिए भाजपा के कार्यकर्ता कमर कसकर तैयार हैं। भारत में जिन्हें रहना है, उन्हें भारतीय विचारों व भारतीय संविधान को स्वीकार करना होगा।

प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि भाजपा सबका साथ, सबका विकास में विश्वास करती है, लेकिन तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करती। उन्होंने कड़ी धूप में प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दूर दूर से आए कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया। राजभवन तक प्रदर्शन के बाद भाजपा के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। भाजपा नेताओं ने मंत्री हफीजुल हसन को बर्खास्त करने की मांग भी की।

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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे

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