

कानपुर, 17 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जनपद के पुलिस कमिश्नर कार्यालय में गुरूवार को अचानक ढोल नगाड़ों की आवाज़ सुनकर सभी लोग अचंभित रह गए। सैंकड़ों की तादाद में पहुंचे ढोल नगाड़े वालों ने इस अनोखे अंदाज़ में पुलिस कमिश्नर का शुक्रिया अदा किया। जब कमिश्नर ने इसके पीछे की वजह जानी तो वह भी दंग रह गए। नगाड़ा कमेटी के अध्यक्ष मुकेश ने बताया कि रामनवमी के दौरान डीजे संचालकों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई से उनके कारोबार में इज़ाफ़ा हुआ है। इसीलिए हम सभी पुलिस आयुक्त का धन्यवाद अदा करने आये हैं।
पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बताया कि हाई कोर्ट व मुख्यमंत्री के आदेश के बाद जनपद के अलग- अलग थानों में 15 से ज़्यादा डीजे संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। नगाड़ा कमेटी के अनुसार इसके बाद लाउड स्पीकर की बाजार में मांग कम हो गई हैं। वहीं पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल, नगाड़ा, शहनाई जैसे यंत्र समय के साथ जाे विलुप्त होने की कगार पर थे अब फिर से ढोल-नगाड़े वाले समाज में अपनी पहचान बना रहे हैं। इन वाद्य यंत्रों के पुनः प्रचलन में आने से न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजीवनी मिली है, बल्कि इनसे जुड़े हुए गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलने लगे हैं। इस परंपरागत संगीत का महत्व पुनः बढ़ा है। इससे कलाकारों को सम्मान के साथ आजीविका चलाने का अवसर मिल रहा है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि भविष्य में भी जनहित में इस प्रकार के अभियान निरंतर जारी रहेंगे। पुलिस का उद्देश्य न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना है। बल्कि सांस्कृतिक संरक्षण और आमजन के स्वास्थ्य की रक्षा भी उसकी प्राथमिकताओं में शामिल है।
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
