
डबरा, 17 अप्रैल (Udaipur Kiran) । ग्वालियर जिले के डबरा में आदिवासी कॉलोनी गाजना में एक झोपड़ी में बुधवार देर रात भीषण आग लग गई। हादसे में झाेपड़ी के अंदर साे रही पांच साल की मासूम बच्ची की जिंदा जलकर माैत हाे गई। घटना के समय बच्ची के माता पिता ईंट के भट्टे पर का करने चले गए थे। सूचना के बाद माैके पर फायर ब्रिगेड पहुंची, लेकिन तब तक झोपड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थी। भितरवार के एसडीओपी जितेंद्र नगाइच तत्काल मौके पर पहुंच गए थे और स्थिति को देखा। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार घटना डबरा में भितरवार की आदिवासी कॉलोनी गाजना में बुधवार रात करीब 11 बजे की है। अरविंद आदिवासी 5 साल की सुहानी को झोपड़ी में छोड़कर ईंट के भट्टे पर गया था। अरविंद और उसकी पत्नी ईंट भट्टे पर काम करते हैं। एसडीओपी जितेंद्र नगाइच, थाना प्रभारी बेलगड़ा अजय सिकरवार और तहसीलदार भीतरवार धीरज सिंह परिहार मौके पर पहुंचे। भितरवार से फायर ब्रिगेड भी आई, लेकिन झोपड़ी जल चुकी थी। एसडीओपी ने बताया कि बच्ची का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी। बच्ची के पिता अरविंद आदिवासी ने बताया, पत्नी से विवाद हुआ था। वह घर से चली गई थी। मैं भी उसके पीछे गया। घर का दरवाजा लगाकर गया था। छोटा भाई आया भट्टे से बुलाकर लाया। घर पहुंचे तो देखा सब कुछ खत्म हो चुका था। आग कैसे लगी यह नहीं पता।
एसडीएम देवकी नंदन सिंह बताया कि आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं है। घर पर गैस कनेक्शन भी नहीं है। चूल्हे पर खाना बनता था पर वह भी शाम को ही बन गया था। बच्ची का पिता बीड़ी पीता था। आशंका जताई जा रही है कि बीड़ी या चिमनी से आग लगी हो। परिवार को राहत राशि के रूप में चार लाख रुपये का मुआवजा दिलाने का प्रकरण बनाया जा रहा है। 10 हजार रुपये अंत्येष्टि सहायता के लिए दिए जाएंगे। 50 किलो खाद्यान्न सहित अन्य जरूरी सामान भी तत्काल उपलब्ध कराया जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
