जोहान्सबर्ग, 16 अप्रैल (Udaipur Kiran) । दक्षिण अफ्रीका के पूर्वी केप प्रांत में एक प्रार्थना सभा के दौरान अगवा किए गए अमेरिकी पादरी जोशुआ सुलिवन को पुलिस ने सफलतापूर्वक बचा लिया है। अपहरण के बाद हुई गोलीबारी में तीन संदिग्धों की मौत हो गई।
टेनेसी से आए मिशनरी सुलिवन को गुरुवार रात मदरवेल टाउनशिप स्थित फेलोशिप बैपटिस्ट चर्च से चार हथियारबंद लोगों ने अगवा कर लिया था। चर्च में प्रवचन के दौरान हमलावरों ने मण्डली के दो मोबाइल फोन चुराए और फिर सुलिवन को जबरन अपने साथ ले गए। कुछ घंटों बाद उनका वाहन लावारिस हालत में बरामद हुआ।
दक्षिण अफ्रीका की विशेष पुलिस इकाई ‘हॉक्स’ ने बुधवार को संदिग्धों का पता लगाकर क्वामाग्जाकी नामक इलाके में छापेमारी की। पुलिस के अनुसार, संदिग्धों ने एक वाहन में बैठे-बैठे पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिसके जवाब में तीव्र मुठभेड़ हुई। सुलिवन को उसी वाहन से सुरक्षित बचा लिया गया, जिसमें हमलावर सवार थे। उन्हें कोई चोट नहीं आई है और चिकित्सकीय जांच में भी उन्हें ठीक बताया गया है।
जोशुआ सुलिवन की मां टोन्या मॉर्टन रिंकर ने फेसबुक पर लिखा, “मेरा बच्चा आजाद है। जोशुआ अब घर पर अपनी पत्नी मेगन और बच्चों के साथ है।” उन्होंने सुलिवन को “बड़े दिल वाले सज्जन व्यक्ति” के रूप में वर्णित किया।
सुलिवन 2015 में पहली बार अपनी पत्नी के साथ दक्षिण अफ्रीका आए थे और बाद में चर्च-रोपण मिशन के तहत वहीं बस गए। वे स्थानीय भाषा खोसा में भी धाराप्रवाह बोलने में सक्षम हैं। उनके चार जैविक और दो गोद लिए हुए बच्चे हैं।
उल्लेखनीय है कि दक्षिण अफ्रीका में अपहरण की घटनाओं में हाल के वर्षों में वृद्धि देखी गई है। 2024 में 17,000 से अधिक अपहरण के मामले दर्ज हुए। हालांकि, अधिकांश मामलों में कारण फिरौती नहीं, बल्कि वाहन अपहरण और डकैती होते हैं। सुलिवन के अपहरण का उद्देश्य स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन ने स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को राहत की सांस दी है।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
