
भागलपुर, 15 अप्रैल (Udaipur Kiran) । संविधान आजादी न्याय सुरक्षा सप्ताहके तहत महिलाओं की सुरक्षा के सवाल पर भाकपा-माले और ऐपवा द्वारा मंगलवार को स्टेशन चौक से न्याय मार्च निकाला गया। न्याय मार्च की शुरुआत डॉ. अम्बेडकर की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर की गई। यह यात्रा मुख्य बाजार, खलीफाबाग, भगतसिंह चौक के रास्ते घंटाघर पहुँची। आज के इस संविधान आजादी न्याय सुरक्षा सप्ताह न्याय मार्च कार्यक्रम के तहत दर्जनों पदाधिकारी और कर्मी मौजूद थे।
इस मौके भाकपा माले भागलपुर इकाई के नगर प्रभारी मुकेश मुक्त ने कहा कि दलित अति पिछड़े वंचित समुदाय की महिलाओं के खिलाफ जारी हिंसा पर जल्द से जल्द सरकार रोक लगाज। कोमल, काजल और स्नेहा को न्याय मिले। वहीं आज के इस न्याय मार्च कार्यक्रम के दौरान वर्तमान केंद्र और राज्य की सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए मुकेश मुक्त ने कहा कि बिहार में महिलाएं अपने आप को काफी असुरक्षित महसूस कर रही हैं। लड़कियों और महिलाओं के साथ गलत हो रहा है। उसे पर सरकार पूर्ण रूपेण लगाम लगाए या ऐसे लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हुए लोगों को सजा दे।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी महंगाई आसमान छू रही है। यहां के युवा पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं। रोजगार नहीं मिलने से युवा त्राहिमाम हैं। भ्रष्टाचार और हत्या का ग्राफ बढ़ता ही चला जा रहा है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के कई योजनाओं में महिलाओं के लिए योजनाएं पारित तो की जाती है लेकिन धरातल पर उतरने में काफी समय लगता है। महिलाओं को उनके हक और योजनाओं का लाभ मिले। अगर सरकार ऐसे बिंदुओं पर काम नहीं करती है तो हम लोगों का आंदोलन और उग्र होगा। बिहार सरकार को आगाह करने के लिये यह न्याय मार्च निकाला गया है।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
