
चित्तौड़गढ़, 15 अप्रैल (Udaipur Kiran) । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एसीबी चौकी प्रतापगढ़ की टीम ने चित्तौड़गढ़ जिले के शंभूपुरा में दलाल के मार पड़ 55 हजार रुपये की रिश्वत लेते रेवेन्यू इंस्पेक्टर के दलाल को गिरफ्तार किया है। जमीन कन्वर्जन के एवज में यह रिश्वत की राशि ली गई थी। आरोपित रेवेन्यू इंस्पेक्टर ने कल 95 हजार रुपये की मांग की थी, जिसमें से 40 हजार रुपये तो वह पहले ले चुका था। वही सोमवार को 55 हजार की रिश्वत लेते प्रतापगढ़ एसीबी के एसीपी की टीम दलाल को पकड़ा। वहीं आरोपित रेवेन्यू इंस्पेक्टर फरार हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी की चौकी प्रतापगढ़ पर एक शिकायत चित्तौड़गढ़ जिले के शंभूपुरा निवासी एक प्रार्थी ने दी थी। इसमें बताया कि प्रार्थी की ग्राम पंचायत शम्भूपुरा में बामणिया रोड पर दो आरी भूमि कन्वर्जन करवानी थी। इसके लिए रेवेन्यू इंस्पेक्टर शंभूपुरा राजेश मीणा से संपर्क किया था। इसने भूमि कन्वर्जन की ऐवज में 95 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर परेशान कर रहा था। प्रार्थी की इस शिकायत पर एसीबी ने गत आठ अप्रैल को रिश्वत राशि की मांग का सत्यापन करवाया। इसमें आरोपित रेवेन्यू इंस्पेक्टर राजेश मीणा (गिरदावर) के लिए दलाल दिनेश वैष्णव (प्राईवेट व्यक्ति) ने परिवादी से 40 हजार रुपये की रिश्वत राशि ली। साथ ही शेष रिश्वत की राशि 55 हजार रुपए सोमवार को लेना तय हुआ। इस पर एसीबी उदयपुर रेंज के उप महानिरीक्षक राजेंन्द्र प्रसाद गोयल के सुपरविजन ने जाल बिछाया। एसीबी प्रतापगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह के नेतृत्व में मय टीम के ट्रेप कार्यवाही के लिए शंभूपुरा पहुंची। यहां शंभूपुरा में ही आरोपित रेवेन्यू इंस्पेक्टर राजेश मीणा के लिए दलाल दिनेश वैष्णव ने 55 हजार रुपये की रिश्वत राशि ली। तभी एसीबी की टीम ने प्रार्थी का इशारा पाकर आरोपित दलाल को गिरफ्तार कर लिया। वहीं राजेश मीणा को कार्यवाही की भनक मिलते ही वह फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी हैं। इधर, एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव के सुपरवीजन में कार्यवाही जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / अखिल
