
नैनीताल, 14 अप्रैल (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी के द्वारा संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर अनेक स्थानों पर माल्यार्पण, विचार गोष्ठियों एवं मिष्ठान वितरण के साथ कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस क्रम में जिला व मंडल मुख्यालय नैनीताल में आयोजित मुख्य कार्यक्रम नगर मंडल अध्यक्ष नितिन कार्की की अध्यक्षता में हुआ, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में दर्जा राज्य मंत्री शांति मेहरा ने बाबा साहेब के जीवन, संघर्ष और संविधान निर्माण में अतुलनीय योगदान पर विचार रखे। डॉ. अंबेडकर की विशाल प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में मिष्ठान वितरण कर उपस्थितजनों को बाबा साहेब के विचारों पर चलने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर पूर्व नगर अध्यक्ष दया बिष्ट, अमिता साह, भरत मेहरा, दीपिका बिनवाल, प्रेमा अधिकारी, कविता त्रिपाठी, राधा खोलिया, कविता गंगोला, अरुण कुमार, आशीष बजाज, विजय पांडे, मनोज जगाती, भगवत रावत, विकास जोशी, अरविंद पडियार, दया किशन पोखरिया, आनंद बिष्ट, राहुल नेगी, मनोज, शैलेश बिष्ट, युवराज, विक्रम राठौर सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
अंबेडकर को केवल दलितों के प्रतीक रूप में देखना अन्यायपूर्ण: भावना
नैनीताल। गरमपानी में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री भावना मेहरा ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि डॉ. अंबेडकर न केवल दलित समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले महान चिंतक थे, बल्कि संभवतया महिलाओं के हक की आवाज सबसे पहले उठाने वाले नेता भी रहे। उन्होंने 1927 में महिलाओं की सभा में कहा था कि वह किसी समाज की प्रगति का आकलन वहां की महिलाओं की स्थिति से करते हैं। बाबा साहेब को केवल दलितों के प्रतीक रूप में देखना उनके व्यापक दृष्टिकोण के साथ अन्याय है। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष नीरज बिष्ट, सांसद प्रतिनिधि मदन मोहन कैड़ा, योगेश डोंढीयाल, भुवन आर्या, आनंद जमनाल, बसंत गोस्वामी, प्रकाश जलाल, दीवान जलाल, विनोद कुमार, ऋतिक कुमार, लक्ष्मण आर्या, महेंद्र कुमार, विमल पांडेय, मुकेश जलाल सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
