
हरिद्वार, 13 अप्रैल (Udaipur Kiran) । धर्मनगरी में बैसाखी पर्व धूमधाम से मनाया गया। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी पहुंचकर गंगा स्नान किया, वहीं गुरुद्वारों में बैसाखी पर्व खालसा सृजना दिवस के रूप में मनाया गया। सुबह से ही श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारे पहुंचकर श्री गुरु ग्रन्थ साहिब के आगे माथा टेका और आशीर्वाद लिया। भेल स्थित गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार में खालसा सृजना दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रधान सुदीप सिंह सलूजा ने बताया कि 11 अप्रैल को श्री अखंड साहिब पाठ का शुभारंभ किया गया। 12 अप्रैल को श्री निशान साहिब झूले झुलाए गए और 13 अप्रैल को बैसाखी पर श्री अखंड साहिब पाठ समाप्ति की गई।
कार्यक्रम में भाई गुरमीत सिंह और भाई प्रभजिंदर सिंह लुधियाना वाले, नमनदीप सिंह सलूजा, जसमीत कौर सलूजा, गुरु नानक एकेडमी भेल के बच्चों ने कीर्तन सुनाकर संगत को निहाल किया। कथावाचकों ने खालसा सृजना दिवस पर प्रकाश डालते हुए बताया कि दसवें गुरु गुरु गोबिंद सिंह ने बैसाखी पर्व पर आनंदपुर साहिब के केशगढ़ साहिब में खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने जरूरतमंदों की मदद कर शूरवीर योद्धा बनाए और जुल्म के खिलाफ लड़ना सिखाया। उन्होंने जात पात को मिटाकर सभी को एक लड़ी में जोड़ा। इस दौरान गुरुद्वारे में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाया गया।
अवसर पर भेल के पूर्व ईडी संजय गुलाटी, सुखदेव सिंह, उज्जल सिंह सेठी, अमरदीप सिंह, हरभजन सिंह, मोनिका अरोड़ा, गुरलीन मनचंदा, हरमिंदर पाल सिंह, सुरेंद्र सिंह, ज्ञानी गुरप्रीत सिंह, डाॅ. सुमित अरोड़ा, शिवानी चौहान, केबी बत्रा, आईजेएस संधू, परमजीत सिंह, परमिंदर सिंह, जस्सी कौर, तवगुण कौर, सरबजीत कौर, सरगुन कौर, अनंत सिंह, तान्या, सिमर, तनिष्का, आयुषी, अश्वविका, रविंद्र कौर, हरमीत कौर, सोनू सिंह, इंदरजीत सिंह, विक्रम सिंह आदि सैकड़ों श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
