
भागलपुर, 12 अप्रैल (Udaipur Kiran) । भाकपा माले भागलपुर जिला कमिटी की दो दिवसीय बैठक शनिवार को सम्पन्न हुई।
बैठक में पार्टी के राज्य सचिव कुणाल, पोलित ब्यूरो सदस्य अमर और पूर्वांचल प्रभारी विजय कुमार भी शामिल हुए। बैठक में सांगठनिक सुदृढ़ता पर विशेष जोर दिया गया। बैठक को संबोधित करते हुए राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि ऐसा लगता है कि बिहार में नाबालिग लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ एक युद्ध सा छेड़ दिया गया है। यौन हिंसा, बलात्कार और सामंती उत्पीड़न की लगातार बढ़ती घटनाएं बेहद भयावह हैं। खासकर, दलित-अतिपिछड़ी और कमजोर समुदाय की नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि समाज की सवर्ण सामंती ताकतें इन पर हमले कर रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अतिपिछड़ों और दलितों की दुहाई देने वाले नीतीश कुमार का इकबाल पूरी तरह से खत्म हो चुका है। ये घटनाएं साबित करती हैं कि भाजपा और जदयू के लोग दलितों, अतिपिछड़ों, पिछड़ों और महिलाओं के खिलाफ किस कदर घृणा से भरे हुए हैं। भाकपा-माले इस प्रकार के हमले को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
पोलित ब्यूरो सदस्य अमर ने वक्फ संशोधन कानून को संविधान विरोधी बताते हुए कहा कि यह मुस्लिम समुदाय की धार्मिक आजादी पर हमला है। बैठक में गरीब मजदूर – किसानों और महिलाओं सहित दलित, पिछड़े व अन्य वंचित समुदायों पर बढ़ते हमले के खिलाफ संघर्ष तेज करने पर जोर देते हुए 22 अप्रैल पार्टी स्थापना दिवस से सांगठनिक सुदृढ़ीकरण का अभियान चलाए जाने का निर्णय लिया गया।
बैठक ने तय किया कि 14 अप्रैल को पूरे जिला में बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर की जयंती मनाते हुए संविधान, आजादी, न्याय व सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत की जाएगी। बैठक में जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल, जिला कमिटी सदस्य मुकेश मुक्त, महेश प्रसाद यादव, पुरुषोत्तम दास, गौरीशंकर राय, रेणु देवी, रणधीर यादव, संथाल मंडल, सिकंदर तांती, आशुतोष यादव, सुशील कुमार भारती और सत्यनारायण यादव आदि शामिल हुए।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
