


धमतरी, 12 अप्रैल (Udaipur Kiran) । शहर समेत ग्रामीण अंचल में 12 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सभी छोटे-बड़े मंदिरों में सुबह से ही अलग-अलग अर्चना कार्यक्रम रखे गए। कहीं पर छप्पन भोग तो कहीं पर भंडारे का आयोजन किया गया। शाम को शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हनुमान भक्तों का उत्साह देखते ही बना।
हनुमान जन्मोत्सव चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। हनुमान जन्मोत्सव के दिन सभी भक्त हनुमान की पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं और पूरे उल्लास के साथ उनका जन्मोत्सव मनाते हैं। हनुमान जयंती का दिन राम भक्तों और हनुमान भक्तों के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है। बजरंगबली के भक्त इस दिन को बेहद ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाते हैं। धमतरी के पुराना बस स्टैंड स्थित हनुमान मंदिर, रुद्री के दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर, इतवारी बाजार स्थित किले के श्री राम हनुमान मंदिर, रामजानकी मठ मंदिर, पुरानी मंडी स्थित हनुमान मंदिर, सिहावा चौक हनुमान मंदिर सहित सभी छोटे बड़े हनुमान मंदिरों में अलग-अलग कार्यक्रम रखे गए। पुराना बस स्टैंड के हनुमान मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। दोपहर को प्रसाद वितरण किया गया। शाम को महाआरती की जाएगी।
किले के श्री राम मंदिर में भक्तों की लगी भीड़
इतवारी बाजार स्थित किले के श्री राम मंदिर में सुबह से ही अलग-अलग कार्यक्रम रखे गए । सुबह 7:30 बजे से रुद्राभिषेक के बाद श्रृंगार हवन पूजन किया गया। 12 बजे आरती पश्चात छप्पन भोग लगाया गया। दोपहर एक बजे के बाद प्रसादी वितरण शुरू हुआ। शाम 5:30 बजे से हनुमान चालीसा के साथ राम नाम संकीर्तन रखा गया है। रात नौ बजे महाआरती का कार्यक्रम आयोजित है। किले के श्री हनुमान मंदिर ट्रस्ट सचिव विपिन पवार ने बताया कि यह स्वयंभू हनुमान हैं। शुरुआत में दीनानाथ और दुर्गा प्रसाद ने इसकी पूजा शुरू करवाई थी। इसके बाद बाबू पंडरीराव कुदत्त और विद्यासागर अग्रवाल के नेतृत्व में ट्रस्ट का गठन किया गया जो अब तक संचालित है।
हनुमान जन्मोत्सव पर हवन और भंडारा
श्री हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर जालमपुर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर में दोपहर विशेष पूजा अर्चना के साथ हवन हुआ। इसके बाद प्रसादी का वितरण हुआ। सिहावा चौक के पास स्थित हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना के बाद भंडारा का आयोजन किया गया। सिहावा चौक, पुराना बस स्टैंड, किले के हनुमान मंदिर, जलाराम मंदिर परिसर सहित अन्य हनुमान मंदिरों में भंडारे का आयोजन हुआ। शहर के अलावा ग्रामीण इलाके के सभी हनुमान मंदिरों में सुबह से पूर्जा अर्चना के साथ प्रसादी वितरण किया गया।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
