Madhya Pradesh

मंदसौर : 72 उर्पाजन केन्द्रों पर हो रही सरकारी गेहूं की खरीदी, बारदान की कमी से परेशान हो रहे है किसान

जिले के 72 केन्द्रों पर हों रही है सरकारी गेहूं की खरीदी, बारदान की कमी से परेशान हो रहे है किसान

मंदसौर, 11 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जिले में अभी 72 उर्पाजन केन्द्रों पर सरकारी गेंहू की खरीदी की जा रही है। 10 अप्रैल तक 95 हजार मीट्रीक टन गेंहू की खरीदी मंदसौर में की जा चुकी है। लेकिन अब बारदान की कमी के चलते ऊर्पाजन केन्द्रों पर किसान परेंशान हो रहे है। बारदान की कमी लगभग सभी खरीदी केन्द्रों पर देखी जा रही है। विशेषकर सीतामऊ , शामगढ़ के सभी केन्द्रों पर बारदान की कमी है। वहीं कई केन्द्रों पर तो किसानों को शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।

बारदान की कमी का सबसे बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि उम्मीद से ज्यादा किसान सरकारी केन्द्रों पर अपना गेंहू बेचने आ रहे है क्योंकि पिछले चार से पांच दिनों में मंडी में गेंहू के भाव गिरे है और सरकारी खरीदी 2600 रूपये प्रति क्चिटल के हिसाब से कि जा रही है। वहीं इस बार गेहूं का उत्पादन भी बम्पर हुआ है।

पिछले साल 27 हजार मीट्रिक टन हुई थी गेंहू की खरीदी

पिछले साल सरकारी गेंहू की खरीदी 27 हजार मीट्रिक टन हुई थी। लेकिन इस बार गेंहू के बम्पर उत्पादन को देखते हुए विभाग ने लक्ष्य बढ़ाकर 1 लाख मीट्रिक टन कर दिया था लेकिन किसानों की आवक को देखते हुए विभाग ने लक्ष्य को बढ़ाकर 1 लाख मीट्रिक टन से 1.70 मीट्रिक टन कर दिया है और उसी हिसाब से बारदान भी मंगवायें जा रहे है। इस बार 10 अप्रैल तक कुल 95000 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की जा चुकी है।

ढिकनिया उपार्जन केंद्र पर 100- 200 रुपए की अवैध वसूली

जानकारी के अनुसार सीतामऊ के ढिकनिया वेयर पर गेहूं खरीदी में किसानों से 100-200 रुपए ट्राली तोलने के नाम पर वसूली की जा रही है। इस बात की जानकारी देते हुए पूर्व जनपद पंचायत सभापति कमल सिंह परिहार लोगनी ने बताया की मेरे सुपुत्र कृष्णपाल सिंह परिहार पंजीयन केंद्र पर गेंहू लेकर पहुंचे तो वहा पर उनसे 100 रु ट्रॉली के हिसाब से पैसे लिए गए। बाद में किसानो ने एकत्रित होकर जागरुकता दिखाई और इसका विरोध किया तो जिसके बाद एक दो किसानों के पैसे वापस दिए गए। यह पैसे हम्मालो के माध्यम से लिए जा रहे थे। बता दे की ढिकनिया का यह वेयर हाउस अनियमितता के चलते पिछ्ले दो वर्षो से बंद (होल्ड) कर रखा था। इस बार भी शुरू होते ही इस प्रकार की अनियमितता की खबरे समाने आ रही है। यह कोई एक वेयर हाउस नहीं कई वेयर हाउस पर इस तरह की अवैध वसूलिया की जा रही है। जिस पर भी जिला कलेक्टर को ध्यान देने की आवश्यकता है। वहीं कई केन्द्रों पर सर्वेयर द्वारा भी अवैध रूपयों की मांग करने की खबरें सामने आई है। जिस पर कलेक्टर और जिला आपूर्ति विभाग और नागरिक आपूर्ति विभाग को ध्यान देने की आवश्यकता है।

72 केन्द्रों में से मंदसौर मंडी ओपन केन्द्र

मंदसौर जिले में सरकारी गेंहू की खरीदी के लिए 72 ऊपार्जन केन्द्र बनायें गये है इनमें से मंदसौर कृषि उपज मंडी का केन्द्र ही ओपन है मतलब यहां पर वेयर हाऊस नहीें है यहां सोसायटी द्वारा खरीदा जा रहा गेहूं भुन्याखेडी वेयर हाऊस पर पहुंचाया जा रहा है। बाकी सभी केन्द्र वेयर हाऊस वाले की है।

960 गठानें इंदौर पहुंच चुकी है

जिला आपूर्ति अधिकारी नारायणसिंह चंद्रावत ने बताया कि गेहूं के बम्पर आवक होने के कारण बारदान की कमी जरूर हुई है लेकिन हमने समय पर डिमांड भेज दी थी जिसके चलते 960 गठानें इंदौर पहुंच चुकी है जो एक या दो दिन में मंदसौर आ जायेंगी। एक गठान में 500 बारदान होते है। 5 मई तक सरकारी मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जायेंगी।

किसान स्लॉट बुक के बाद ही उपज को विक्रय हेतु उपार्जन केंद्र पर लाए

जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा बताया कि रबी विपणन वर्ष 2025-26 में समर्थन मूल्य पर शासन के निदेर्शानुसार पंजीकृत किसानो से गेंहू खरीदी का कार्य प्रचलित है। गेंहू खरीदी का कार्य 5 मई 2025 तक किया जायेगा। समस्त किसान बंधु धैर्य रखते हुए स्लॉट बुक होने के बाद ही उपार्जन केंद्र पर अपनी उपज को विक्रय करने हेतु उपार्जन केंद्र पर लाए ताकि आपको किसी प्रकार की परेशानी न हो। साथ ही सभी किसान बंधु किसी भी प्रकार की जल्दबाजी नहीं करें एंव किसी भी बिचोलिए/ दलाल को किसी प्रकार का कोई भुगतान नहीं करें एंव बारदाना का वजन शासन के नियमानुसार 580 ग्राम प्रति बैग (बोरे) के मान से तय किया गया है इससे अधिक तोल नहीं करवाए।

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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया

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