
पूरी आशंका कि वन्य जीवों को पकड़ने में नाकाम रहने में असफल अधिकारियों ने
लगवाई आग
प्रधानमंत्री का आना व हवाई अड्डे का उद्घाटन गर्व का विषय लेकिन जीवों की
बलि लेना गलत
हिसार, 11 अप्रैल (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा ने हवाई अड्डा
क्षेत्र में झाड़ियों व वनस्पति में आग लगने की घटना पर चिंता जताते हुए इसकी जांच
की मांग की है। सभा ने आशंका जताई है कि वन्य जीवों को पकड़ने में नाकाम रहने पर यह
आग लगाई गई है, जिसमें सैंकड़ो वन्य प्राणी मारे गए वहीं पेड़, पौधों व वनस्पति को
भी नुकसान पहुंचा है।
अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के जिला प्रधान एडवोकेट चन्द्र सिंह सहारण
ने शुक्रवार काे कहा कि जहां पर प्रधानमंत्री को आना हो और वहां पर अज्ञात कारणों के चलते आग लग
जाए, यह किसी के गले उतरने वाला नहीं है। यही नहीं, यह सब प्रधानमंत्री की सुरक्षा
व्यवस्था पर भी सवालिया निशान है कि जहां उन्हें आना है, वहां आग लग रही है और प्रशासनिक
व पुलिस अधिकारियों को पता ही न हो। उन्होंने कहा कि इस बात की पूरी संभावना है कि
क्षेत्र से वन्य जीवों को भगाने के लिए यह आग लगाई गई है क्योंकि संबंधित विभाग अपनी
नाकामी के चलते वन्य जीवों को पकड़ने में सफल नहीं हो पा रहा था।
दूसरी तरफ अखिल भारतीय
बिश्नोई महासभा ने प्रशासन एवं वन्य जीव विभाग को आफर दिया था कि यदि हमारी मदद ली
जाती है तो हम अपने तरीके से निशुल्क इन वन्य जीवों को पकड़ने के लिए तैयार हैं लेकिन
विभाग नेे हमारे से संपर्क भी नहीं किया। एडवोकेट चन्द्र सहारण ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का हिसार आना व हरियाणा
का पहला एयरपोर्ट जनता को समर्पित करना हर नागरिक के लिए गर्व की बात है, लेकिन उनके
कार्यक्रम की सफलता के लिए वन्य जीवों, पेड़ पौधों व वनस्पति की बलि लेना किसी भी रूप
में उचित नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने यहां पर आग लगाई है, उन्होंने
हैदराबाद के जंगलों में जीवों को मारने व पेड़ पौधों को काटने की याद फिर ताजा कर दी
है, जिस पर माननीय सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेकर ऐसा करने वालों को कड़ी फटकार लगाई
है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एवं प्रशासनिक
अधिकारियों से मांग की कि जिस आग को अज्ञात कारणों से लगी बताया जा रहा है, उसके कारणों
को सामने लाया जाए।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
