RAJASTHAN

सिरसी रोड पर अतिक्रमण हटाने पहुंची जेडीए की टीम से उलझे भाजपा विधायक

सिरसी रोड पर जेडीए की कार्यवाही

जयपुर, 9 अप्रैल (Udaipur Kiran) । झारखंड मोड़ से 200 फीट बाइपास तक सड़क को चौड़ा करने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण ने बुधवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। अवैध निर्माण के खिलाफ हो रही कार्रवाई में जेडीए की टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। सिरसी रोड पर ढाई किलोमीटर के एरिया में चल रही कार्रवाई के दौरान रिटायर्ड डीजी नवदीप सिंह के मकान का अवैध हिस्सा तोड़े जाने पर उन्होंने विरोध किया। इस पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई में 32 जेसीबी, 5 पौकलेंड मशीन, 5 ट्रेक्टर लोखंडा , 5 पौकलेंड हैमर, 5 गैस कटर मशीन, 15 ट्रेक्टर-ट्राली, 10 डम्पर और 50 मजदूर भी शामिल रहे। अतिक्रमण हटाने के बाद जेडीए यहां मलबा हटाने के साथ ही सड़क निर्माण का काम करेगा।

कार्रवाई का विरोध करने के लिए भाजपा विधायक गोपाल शर्मा भी मौके पर पहुंचे और अधिकारियों से उलझ गए। विधायक ने कहा कि पिछले 4 दिन से जनता में आतंक का माहौल है। महिला के साथ बदसलूकी की गई। क्या महिला के घर में घुसकर कपड़े फाड़ने का अधिकार है? अफसरशाही और सिस्टम बीजेपी सरकार के खिलाफ काम कर रहे है। यह स्थिति सरकार के अनुकूल नहीं है। विधायक ने कहा कि कानून की अवहेलना नहीं करेंगे, अन्याय नहीं सहेंगे। हम लोग आशान्वित लोग हैं। हम लोग सरकार की भी स्थिति को समझते हैं, जनता की भी स्थिति को समझते हैं। इसमें किसी एक सरकार की ही भूमिका नहीं है। एक सिस्टम है, जिसने इनको बसाया। वो बसाते समय भी सब अफसर थे, आज हटाते समय भी अफसर हैं। सरकार यह तय कर चुकी है कि ऐसे क्षेत्रों में सुनवाई का मौका दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर जेडीए को सड़क चौड़ी ही करनी है, तो सबसे पहले दिल्ली रोड से इसकी शुरुआत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे सब इसका स्वागत करेंगे। लेकिन जेडीए के अधिकारी वहां जाना नहीं चाहते हैं। ना ही आमेर रोड, ना ही आगरा रोड पर कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग भारत माता की जयकारे के नारे लगाते हैं, उन्हें कुचलने का काम किया जा रहा है।

स्थानीय महिलाओं ने भी कार्रवाई का विरोध किया। महिलाएं अधिकारियों के सामने रोते हुए हाथ जोड़कर कार्रवाई रोकने की विनती करती रहीं। जेडीए ने खातीपुरा तिराहे पर स्थित राजपूताना हॉस्पिटल का अतिक्रमण हटाया। यह अस्पताल पूर्व आईपीएस अधिकारी नवदीप सिंह का है। नवदीप सिंह ने कार्रवाई का विरोध किया।

274 अवैध निर्माण चिह्नित, स्कूल-अस्पताल भी आएंगे चपेट में

राजस्थान हाई कोर्ट के आदेश के बाद जेडीए द्वारा पांच टीमों का गठन किया गया था। यह टीमें 5 से 8 अप्रेल तक लगातार समझाइश कर आम लोगों से अवैध निर्माण हटाने की अपील कर रही थी। इसके बाद बुधवार से अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। इस पूरे क्षेत्र में 274 अवैध निर्माण चिह्नित किए गए हैं। इनमें 162 कॉमर्शियल भवन हैं, जबकि शेष रिहायशी और खाली प्लॉट हैं। प्रभावित होने वाले प्रमुख संस्थानों में 7 शैक्षणिक संस्थान, 2 मंदिर, 6 हॉस्पिटल और 4 मैरिज गार्डन शामिल हैं।

पूर्व मंत्री खाचरियावास का सरकार पर हमला

पूर्व कैबिनेट मंत्री और सिविल लाइंस के पूर्व विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मुआवजा दिए बिना भाजपा सरकार खातीपुरा में तानाशाहीपूर्वक पुलिस और डंडे की ताकत से दुकानें तोड़ रही है। पुनर्वास किए बिना, मुआवजा दिए बगैर तोड़-फोड़ गैरकानूनी है। पिछले 6 महीने से सरकार के विधायक, मंत्री और नेता जनता को झूठा दिलासा देते रहे हैं। दुकानदारों ने तोड़ने वालों पर भरोसा कर लिया। आज से 24-25 साल पहले इन्हीं दुकानों को ऑपरेशन पिंक में सरकार से लड़कर मैंने ही बचाया था। खाचरियावास ने कहा कि पता नहीं हमारे जयपुर वालों को क्या हो गया है कि वह कातिलों पर भरोसा कर रहे हैं। इनके रोजगार का कत्ल हो रहा है, रोटी छिन रही है

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(Udaipur Kiran) / राजेश

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सिरसी रोड पर अतिक्रमण हटाने पहुंची जेडीए की टीम से उलझे भाजपा विधायक

सिरसी रोड पर जेडीए की कार्यवाही

जयपुर, 9 अप्रैल (Udaipur Kiran) । झारखंड मोड़ से 200 फीट बाइपास तक सड़क को चौड़ा करने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण ने बुधवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। अवैध निर्माण के खिलाफ हो रही कार्रवाई में जेडीए की टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। सिरसी रोड पर ढाई किलोमीटर के एरिया में चल रही कार्रवाई के दौरान रिटायर्ड डीजी नवदीप सिंह के मकान का अवैध हिस्सा तोड़े जाने पर उन्होंने विरोध किया। इस पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई में 32 जेसीबी, 5 पौकलेंड मशीन, 5 ट्रेक्टर लोखंडा , 5 पौकलेंड हैमर, 5 गैस कटर मशीन, 15 ट्रेक्टर-ट्राली, 10 डम्पर और 50 मजदूर भी शामिल रहे। अतिक्रमण हटाने के बाद जेडीए यहां मलबा हटाने के साथ ही सड़क निर्माण का काम करेगा।

कार्रवाई का विरोध करने के लिए भाजपा विधायक गोपाल शर्मा भी मौके पर पहुंचे और अधिकारियों से उलझ गए। विधायक ने कहा कि पिछले 4 दिन से जनता में आतंक का माहौल है। महिला के साथ बदसलूकी की गई। क्या महिला के घर में घुसकर कपड़े फाड़ने का अधिकार है? अफसरशाही और सिस्टम बीजेपी सरकार के खिलाफ काम कर रहे है। यह स्थिति सरकार के अनुकूल नहीं है। विधायक ने कहा कि कानून की अवहेलना नहीं करेंगे, अन्याय नहीं सहेंगे। हम लोग आशान्वित लोग हैं। हम लोग सरकार की भी स्थिति को समझते हैं, जनता की भी स्थिति को समझते हैं। इसमें किसी एक सरकार की ही भूमिका नहीं है। एक सिस्टम है, जिसने इनको बसाया। वो बसाते समय भी सब अफसर थे, आज हटाते समय भी अफसर हैं। सरकार यह तय कर चुकी है कि ऐसे क्षेत्रों में सुनवाई का मौका दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर जेडीए को सड़क चौड़ी ही करनी है, तो सबसे पहले दिल्ली रोड से इसकी शुरुआत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे सब इसका स्वागत करेंगे। लेकिन जेडीए के अधिकारी वहां जाना नहीं चाहते हैं। ना ही आमेर रोड, ना ही आगरा रोड पर कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग भारत माता की जयकारे के नारे लगाते हैं, उन्हें कुचलने का काम किया जा रहा है।

स्थानीय महिलाओं ने भी कार्रवाई का विरोध किया। महिलाएं अधिकारियों के सामने रोते हुए हाथ जोड़कर कार्रवाई रोकने की विनती करती रहीं। जेडीए ने खातीपुरा तिराहे पर स्थित राजपूताना हॉस्पिटल का अतिक्रमण हटाया। यह अस्पताल पूर्व आईपीएस अधिकारी नवदीप सिंह का है। नवदीप सिंह ने कार्रवाई का विरोध किया।

274 अवैध निर्माण चिह्नित, स्कूल-अस्पताल भी आएंगे चपेट में

राजस्थान हाई कोर्ट के आदेश के बाद जेडीए द्वारा पांच टीमों का गठन किया गया था। यह टीमें 5 से 8 अप्रेल तक लगातार समझाइश कर आम लोगों से अवैध निर्माण हटाने की अपील कर रही थी। इसके बाद बुधवार से अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। इस पूरे क्षेत्र में 274 अवैध निर्माण चिह्नित किए गए हैं। इनमें 162 कॉमर्शियल भवन हैं, जबकि शेष रिहायशी और खाली प्लॉट हैं। प्रभावित होने वाले प्रमुख संस्थानों में 7 शैक्षणिक संस्थान, 2 मंदिर, 6 हॉस्पिटल और 4 मैरिज गार्डन शामिल हैं।

पूर्व मंत्री खाचरियावास का सरकार पर हमला

पूर्व कैबिनेट मंत्री और सिविल लाइंस के पूर्व विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मुआवजा दिए बिना भाजपा सरकार खातीपुरा में तानाशाहीपूर्वक पुलिस और डंडे की ताकत से दुकानें तोड़ रही है। पुनर्वास किए बिना, मुआवजा दिए बगैर तोड़-फोड़ गैरकानूनी है। पिछले 6 महीने से सरकार के विधायक, मंत्री और नेता जनता को झूठा दिलासा देते रहे हैं। दुकानदारों ने तोड़ने वालों पर भरोसा कर लिया। आज से 24-25 साल पहले इन्हीं दुकानों को ऑपरेशन पिंक में सरकार से लड़कर मैंने ही बचाया था। खाचरियावास ने कहा कि पता नहीं हमारे जयपुर वालों को क्या हो गया है कि वह कातिलों पर भरोसा कर रहे हैं। इनके रोजगार का कत्ल हो रहा है, रोटी छिन रही है

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(Udaipur Kiran) / राजेश

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