
जौनपुर, 09 अप्रैल (हि.स .)। कलेक्ट्रेट परिसर में बुधवार को बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम सिंह के नेतृत्व में इस विरोध का मुख्य कारण बंदोबस्त अधिकारियों की नियुक्ति को लेकर था।
घनश्याम सिंह ने बताया कि जनपद में दो बंदोबस्त अधिकारी हैं। एक कैंप बंदोबस्त अधिकारी हैं जो दो दिन जौनपुर और बाकी दिन वाराणसी में बैठते हैं। डीडीसी/चकबंदी आयुक्त ने उन्हें स्थायी प्रशासनिक अधिकारी बना दिया है। बार एसोसिएशन की मांग है कि जब अधिकारी को दो तहसीलों का कार्यभार दिया गया है तो उन्हें पूरे सप्ताह काम करना चाहिए। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि वे जिलाधिकारी के माध्यम से चकबंदी उपायुक्त को पत्र भेजना चाहते हैं।
अधिवक्ताओं की मांग है कि कैंप बंदोबस्त अधिकारी से कैंप की तरह ही काम कराया जाए और स्थायी प्रशासनिक अधिकारी से प्रशासनिक कार्य। उन्होंने आरोप लगाया कि जिलाधिकारी उनकी समस्या सुनने को तैयार नहीं हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र सिंह ने बताया कि आज वो कोर्ट में बैठकर सुनवाई कर रहे थे। इस दौरान अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष और कुछ अधिवक्ता किसी मामले को लेकर आये और मुझसे अलग से समय मांगा। इस पर हमने कहा कि कोर्ट बाद अलग से मिलेंगे। अधिवक्ताओं ने न्यायालय की गरिमा को भंग करने का प्रयास किया है। जिलाधिकारी ने कहा कि न्यायालय का अपमान हुआ है। मेरा हमेशा प्रयास रहता है कि बार और बेंच का सम्मान हो और उनके परस्पर समन्वय से न्यायालय का कार्य सुचारू रूप से संचालित हो।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
