
सिरसा, 8 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पूर्व सांसद डॉ. सुशील इंदौरा ने सीड एवं इनसेक्टिसाइड एक्ट में किए जा रहे संशोधन के निर्णय पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
डा. इंदौरा ने मंगलवार को कहा कि पूंजीपति कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार कुछ एक डीलरों की आड़ में किसान व डीलर के भाईचारे को खराब करना चाहती है। उन्होंने कहा कि माना कुछ डीलर दवाइयां बनाकर गड़बड़ी करते हैं, लेकिन सभी डीलरों को कुछेक डीलरों की आड़ में बलि का बकरा क्यों बनाया जा रहा है? किसान व डीलर के वर्षों पुराने भाईचारे में सरकार द्वारा खटास डालने का काम किया जा रहा है।
पूर्व सांसद ने कहा कि सरकार गड़बड़ी कर रही कंपनियों पर लगाम लगाने की बजाय डीलर के व्यापार को ठप्प करने पर तुली हुई है, क्योंकि कंपनियां सरकार को मोटा नजराना देती है। यही नहीं अधिकतर कंपनियों की डोर इन्हीं पार्टी के ही नुमाइंदों के हाथों में है। ऐसे में सरकार चाहकर भी कंपनियों पर अपना चाबुक नहीं चला सकती। पूर्व सांसद ने कहा कि दवाई कंपनियों द्वारा बनाकर पैक कर डीलर्स को दी जाती है, ऐसे में अगर उसमें कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो उसकी जिम्मेदारी कंपनी की होनी चाहिए न कि डीलर की, लेकिन यहां तक सब इसके उलट कंपनी की बजाय डीलर को ही पार्टी बनाने का काम किया जा रहा है, जोकि समझ से परे की बात है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है और इस तानाशाही फरमान से किसानों के साथ-साथ डीलर भी हाशिए पर आ जाएंगे, जिससे उनका व्यापार ठप्प हो जाएगा और पूंजीपति घराने और अमीर हो जाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / Dinesh Kumar
