
सोनीपत, 5 अप्रैल (Udaipur Kiran) । केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की कि हरियाणा
के गन्नौर में एनएच-44 के किनारे 537 एकड़ जमीन पर अंतरराष्ट्रीय फल, फूल और बागवानी
मंडी का निर्माण किया जा रहा है। यह एशिया की सबसे बड़ी मंडी होगी, जिसमें 17 शेड,
वाहनों के लिए पार्किंग और वर्कशॉप की सुविधाएं होंगी। इस मंडी में देश के 14 राज्यों
से माल आएगा, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और किसानों को अपनी उपज बेचने के
लिए बड़ा बाजार मिलेगा। खट्टर ने यह बातें शनिवार को पानीपत से दिल्ली जाते समय मन्नत
हवेली पर रुककर कहीं, जहां गन्नौर विधायक देवेंद्र कादियान ने उनका स्वागत किया।
मंत्री ने शनिवार को बताया कि मंडी को अंतरराष्ट्रीय स्तर
का बनाने के लिए तेजी से काम चल रहा है और उम्मीद है कि यह 2026 की शुरुआत में शुरू
हो जाएगी। हाल ही में उन्होंने इसका दौरा कर प्रगति का जायजा लिया। खट्टर ने कहा कि
मंडी से किसानों की आय बढ़ेगी और वे आर्थिक रूप से सशक्त होंगे। इस दौरान विधायक कादियान
ने गन्नौर की अनाज मंडी की समस्या उठाई, जो छोटी होने के कारण सीजन में जाम और परेशानी
का सबब बनती है। खट्टर ने आश्वासन दिया कि इसे शहर से बाहर शिफ्ट करने का प्रयास होगा।
खट्टर ने केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी और हरियाणा में सीएम
नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में विकास कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि गरीबों
के कल्याण और विकास के लिए धन की कमी नहीं होगी। वक्फ संपत्ति पर बोलते हुए खट्टर ने
कहा कि पुराने एक तरफा कानूनों से इसका दुरुपयोग हुआ। सरकारी जमीनों पर कब्जे दिखाए
गए, लेकिन नया संशोधन कानून जागरूकता लाएगा। उन्होंने सुझाव दिया कि वक्फ की जमीनें
मुस्लिम समाज के बच्चों और महिलाओं के हित में उपयोग होनी चाहिए।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
