सिरसा, 5 अप्रैल (Udaipur Kiran) । चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा के रसायन शास्त्र विभाग द्वारा पारंपरिक एवं आयुर्वेद उपचार पद्धतियों के एकीकृत दृष्टिकोण विषय पर शनिवार को ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया।
हरियाणा सरकार की आयुष निदेशक डा. संगीता नेहरा ने कहा कि चिकित्सा प्रक्रिया केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि प्राणिक, मानसिक, आत्मिक और आनंदमय स्तरों तक प्रभाव डाल सकती है। उन्होंने आत्म-चिकित्सा एवं आत्म-प्रेम आधारित उपचार पद्धति की महत्ता को रेखांकितकिया। विभागाध्यक्ष डा. गीता रानी ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य पारंपरिक और आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के समन्वय को प्रोत्साहित करना था।
—————
(Udaipur Kiran) / Dinesh Kumar
