
-हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने राष्ट्रीय न्यायिक आयोग की पुनः स्थापना की मांग की
नैनीताल, 26 मार्च (Udaipur Kiran) । हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के घर करोड़ों रुपये की नकदी मिलने पर उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही किए जाने व पुनः राष्ट्रीय न्यायिक आयोग के गठन की मांग की है।बुधवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन सभागार में अधिवक्ताओं की आम सभा आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दुर्गा सिंह मेहता ने की। उन्होंने कहा कि इस घटना से न्यायपालिका की साख पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग गया है, इसलिए दोषियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।डीके जोशी ने कहा कि जज यशवंत वर्मा के आचरण से लोकतंत्र के लिए घातक है। पूर्व अध्यक्ष एमसी पंत ने कहा कि यह केवल यशवंत वर्मा से जुड़ा सवाल नहीं है बल्कि न्यायपालिका की निष्ठा व प्रतिष्ठा से जुड़ा मामला है। इसलिए आमजन को न्याय होना ही नहीं वरन न्याय दिखना भी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने उन्हें दंडित करने के बजाय इलाहाबाद स्थानांतरित कर दिया, जो कि आपत्तिजनक है। इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से किए जा रहे आंदोलन का हम समर्थन करते हैं। उन्होंने नेशनल ज्यूडिशियल कमीशन को फिर से लाए जाने की मांग की।योगेश पचोलिया ने कहा कि जज के घर कितना धन पकड़ा गया उसका कोई आंकड़ा नहीं है। इस मामले की गहराई से जांच तक नहीं कराई गई। ईडी या सीबीआई से जांच क्यों नहीं कराई गई, जिससे आमजन व अधिवक्ताओं में शंका होना स्वभाविक है।पूर्व महासचिव जयवर्धन कांडपाल ने कहा कि यह घटना देश की न्याय व्यवस्था पर धब्बा है। उन्हें शर्म होती तो इस्तीफा दे देते। पूर्व अध्यक्ष सय्यद नदीम मून ने कहा ऐसी घटना पहले भी हो चुकी है। उत्तराखंड हाईकोर्ट बार इसे किसी भी तरह से स्वीकार नहीं करेगी। वरिष्ठ अधिवक्ता पुष्पा जोशी ने कहा कि इस घटना से आमजन का विश्वास न्यायपालिका से डगमगा गया है।उत्तराखंड बार कांउसिल के अध्यक्ष डॉ. महेंद्रपाल ने कहा कि इसके खिलाफ विधेयक लाया जाए। उन्होंने कहा अगर देश में लोकपाल होता तो अब तक इनके खिलाफ अभी तक कार्यवाही हो चुकी होती।आम सभा में रमन शाह, भुवनेश जोशी, रवींद्र बिष्ट, कासिफ जाफरी, एसके मंडल, एनके पपनोई, तपन सिंह, वीपी बहुगुणा, दिनेश गहतोड़ी, सौरभ अधिकारी, हेमंत महरा, कुंदन सिंह, सौरभ पांडे, आंनद सिंह मेर, संगीता भारद्वाज, मीना बिष्ट, शक्ति सिंह, हेम जोशी, संजय भट्ट, विनोद तिवारी, सुनील उपाध्याय, नलिन सोन, भूपेंद्र कोरंगा, विकास आनंद, प्रभा नैथानी सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / लता
