
शिमला, 23 मार्च (Udaipur Kiran) । शिमला जिले में पुलिस ने चिट्टा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ‘शाही महात्मा गैंग’ के पांच और तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह गैंग पिछले 3-4 वर्षों से अप्पर शिमला के कोटखाई, रोहड़ू और चिड़गांव क्षेत्रों में सक्रिय था। अब तक इस गिरोह के सरगना समेत करीब छह दर्जन सदस्य पुलिस के शिकंजे में आ चुके हैं। हालांकि कुछ आरोपियों को अदालत से जमानत भी मिल चुकी है।
पुलिस ने इस गैंग का भंडाफोड़ पिछले साल कोटखाई थाना क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर के एक आरोपी से 468 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) बरामद होने के बाद किया था। इस कार्रवाई में गिरोह का मुख्य सरगना शाही महात्मा पुलिस के हत्थे चढ़ा। इसके बाद पुलिस को गैंग के वित्तीय लेन-देन से जुड़े कई अहम सुराग मिले। जांच में पता चला कि गैंग के पास करीब 7-8 करोड़ रुपये की ड्रग मनी थी, जिसे आधार बनाकर पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी।
इसके बाद शिमला पुलिस ने चिट्टा तस्करी के इस संगठित गिरोह को खत्म करने के लिए विशेष अभियान चलाया। कई महीनों तक चली छानबीन के बाद अब गिरोह के पांच और प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पांच नए तस्कर पुलिस के शिकंजे में
पुलिस ने ताज़ा कार्रवाई में जिन पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनमें आशुतोष शर्मा उर्फ लवली (27 वर्ष), निवासी झराग, तहसील जुब्बल, जिला शिमला, नरेंद्र कुमार उर्फ नंदू (40 वर्ष), निवासी हाटकोटी, तहसील जुब्बल, जिला शिमला, सलमान हैदर (35 वर्ष), निवासी रसूलपुर सईद, तहसील नजीबाबाद, जिला बिजनौर, उत्तर प्रदेश शामिल हैं। इन पर एनडीपीएस एक्ट के तहत पहले से ही केस दर्ज हैं। इसी तरह पृथ्वी राज उर्फ हिटलर (48 वर्ष) निवासी धनवारी, तहसील चिरगांव, जिला शिमला पर भी पहले एनडीपीएस एक्ट के तहत एक मामला दर्ज है और धारा 304 आईपीसी के तहत 10 साल की सजा भी हो चुकी है। इसके अलावा वांछित तस्कर कुलवंत को चिडग़ांव से गिरफ्तार किया गया है।
अंतरराज्यीय ड्रग रैकेट से जुड़े तार
जांच में खुलासा हुआ कि ‘शाही महात्मा गैंग’ सिर्फ हिमाचल प्रदेश में ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी चिट्टा सप्लाई करता था। यह गिरोह जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, पंजाब और उत्तर प्रदेश के बड़े ड्रग तस्करों से संपर्क में था। पुलिस को शक है कि इस गैंग के अन्य राज्यों में भी कुछ साथी हो सकते हैं, जिनकी धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
शिमला पुलिस की लगातार कार्रवाई से तस्करों में हड़कंप
शिमला पुलिस ने चिट्टा तस्करी के खिलाफ युद्धस्तर पर अभियान चला रखा है। पुलिस अधीक्षक संजय गांधी ने बताया कि शिमला पुलिस की लगातार दबिश से नशा तस्करों में खौफ का माहौल है। उन्होंने कहा कि पुलिस की प्राथमिकता प्रदेश को नशामुक्त बनाना है और इसके लिए तस्करों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
बता दें कि प्रदेश सरकार ने ‘ड्रग-फ्री हिमाचल’ का संकल्प लिया है और इस दिशा में पुलिस, प्रशासन और एनजीओ मिलकर काम कर रहे हैं। सरकार ने साफ कर दिया है कि जो भी व्यक्ति नशा तस्करी में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हाल ही में हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री ने जानकारी दी थी कि 60 से अधिक सरकारी कर्मचारी भी चिट्टा तस्करी में संलिप्त पाए गए हैं।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
