
शिमला, 23 मार्च (Udaipur Kiran) । सरदार पटेल विश्वविद्यालय (एसपीयू) द्वारा जारी अधिसूचना के खिलाफ नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने मोर्चा खोल दिया है। संगठन का आरोप है कि इस अधिसूचना से करीब 300 छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है और उनका एक साल बर्बाद होने की कगार पर है।
एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष मोहित ठाकुर ने रविवार को प्रेस वार्ता में कहा कि एसपीयू प्रशासन ने कंपार्टमेंट परीक्षा का परिणाम देरी से घोषित किया, जिसके कारण छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश लेने में परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर एनएसयूआई प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से मुलाकात की और छात्रों के भविष्य को सुरक्षित रखने की मांग की। इस पर शिक्षा मंत्री ने एसपीयू से दो दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की है।
सरकार से हस्तक्षेप की मांग, आंदोलन की चेतावनी
एनएसयूआई के नेताओं ने कहा कि एसपीयू की अधिसूचना छात्रों के अधिकारों के खिलाफ है और इसके खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है। उन्होंने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने और छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने की अपील की।
एनएसयूआई का कहना है कि यह अधिसूचना अनुचित है और इसकी गहन जांच होनी चाहिए। संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर छात्रों को न्याय नहीं मिला तो पूरे हिमाचल प्रदेश में एसपीयू से जुड़े कॉलेजों में प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा आवश्यकता पड़ने पर भूख हड़ताल और तालाबंदी भी की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
