HimachalPradesh

हरित ऊर्जा और आत्मनिर्भरता की राह पर बढ़ रहा हिमाचल: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए

शिमला, 23 मार्च (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा और आत्मनिर्भर राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में सरकार निरंतर कार्य कर रही है। हिमाचल प्रदेश के सतत् आर्थिक विकास के लिए 20 वर्षीय कार्य योजना तैयार की

जाएगी।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने शनिवार देर सायं वर्चुअल माध्यम से ‘समृद्ध हिमाचल 2045’ विचार मंथन अभ्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम शिमला स्थित डॉ. मनमोहन सिंह हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) में आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के सतत् आर्थिक विकास के लिए 20 वर्षीय कार्य योजना तैयार करना है। सरकार राज्य को हरित ऊर्जा केंद्र और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार दीर्घकालिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए समग्र दृष्टिकोण के साथ कार्य कर रही है, जिससे विकास की नई रणनीतियां तैयार करने में सहायता मिलेगी।

सभी क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 के बजट को ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने, ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने, पर्यटन को प्रोत्साहन देने और शिक्षा एवं स्वास्थ्य अधोसंरचना के विकास को ध्यान में रखकर तैयार किया है। उन्होंने कहा कि सरकार जल विद्युत क्षमता का पूरा उपयोग सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है और ऊर्जा परियोजनाओं में अधिक रॉयल्टी प्राप्त करने की दिशा में भी कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक खेती को अपनाने वाले अग्रणी राज्यों में शामिल है और डेयरी क्षेत्र के विकास को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके अलावा, सभी क्षेत्रों को मजबूती देने के लिए कई नई पहल की गई हैं, जिससे आत्मनिर्भर हिमाचल के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।

वैश्विक विशेषज्ञों का सहयोग

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त विचारक एवं उद्यमी सैम पित्रोदा भी अमेरिका से वर्चुअल माध्यम से जुड़े। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के समावेशी विकास के लिए अपने सुझाव साझा किए और राज्य सरकार के नवाचार प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश सरकार के साथ अपने ज्ञान और अनुभव को साझा करने के इच्छुक हैं, ताकि हिमाचल के विकास को नई गति दी जा सके। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने इस दौरान प्रदेश सरकार द्वारा बीते दो वर्षों में उठाए गए विभिन्न विकासात्मक कदमों की विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यक्रम में विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ, विभागीय सचिव और राज्य सरकार के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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