Uttar Pradesh

जयंती पर याद किए गए उस्ताद बिस्मिल्लाह खां,कब्र पर प्रशंसकों ने पढ़ी फातिहा

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वाराणसी,21 मार्च (Udaipur Kiran) । शहनाई सम्राट भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की 109वीं जयंती शुक्रवार को दरगाह फातमान में मनाई गई। परिवारीजनों के साथ ही उस्ताद के प्रशंसकों ने उनकी मजार पर अकीदत के फूल चढ़ा फातिहा पढ़ दुआ-ए-खैर मांगी। पूर्वांह 11 बजे बिस्मिल्लाह खां फाउंडेशन के पदाधिकारी और प्रशंसक दरगाह पर पहुंचे। प्रशंसकों ने मजार को साफ कर गुलपोशी (पुष्प अर्पित) की । इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय के पुत्र शांतनु राय भी वहां पहुंचे और पिता की तरफ से उस्ताद के कब्र पर अकीदत के फूल चढ़ाए।

कार्यक्रम के संयोजक शकील अहमद ‘जादूगर’ ने बताया कि आज के दिन 21 मार्च 1916 में बिहार के डुमरांव में उस्ताद का जन्म बेहद साधारण परिवार में हुआ था। उस्ताद के जन्मदिन के दिन उनके पिता पैगम्बर बख्श राज दरबार में शहनाई बजाने के लिए घर से निकलने की तैयारी ही कर रहे थे कि उनके कानों में एक बच्चे की किलकारियां सुनाई पड़ी। अनायास ही उनके मुहं से बिस्मिल्लाह शब्द ही निकला। उन्होंने अल्लाह के प्रति आभार व्यक्त किया। हालांकि उस्ताद के बचपन का नाम कमरुद्दीन था। लेकिन वह बिस्मिल्लाह के नाम से जाने गए। शकील अहमद ने कहा कि जिस समय उस्ताद का इंतकाल (निधन) हुआ था। तब उस वक्त की मौजूदा सरकार ने यह आश्वासन दिया कि उनके नाम से संगीत अकादमी खोला जाएगा, जो आज भी पूरा नहीं हुआ। उस्ताद के प्रशंसक और कद्रदान प्रदेश की योगी सरकार से मांग करते हैं कि उस्ताद के नाम पर अकादमी खोला जाय। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से गुजारिश करते हैं कि कैंट रेलवे स्टेशन पर उस्ताद की भव्य प्रतिमा लगाई जाए। जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को यह पता चले कि यह उस्ताद बिस्मिल्लाह खांन का शहर है। उस्ताद के जन्मदिन पर सरकार का यह तोहफा उनके प्रति श्रद्धांजलि होगी। जयंती पर अकीदत के फूल चढ़ाने वालों में मुर्तुजा अब्बास शम्सी, जरीना बेगम, सैयद अब्बास रिजवी, हैदर, प्रमोद वर्मा, फरमान हैदर, प्रिंस राय खगोलन, इफ्तेखार आदि शामिल रहे।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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