
भोपाल, 18 मार्च (Udaipur Kiran) । राजधानी भोपाल के शाहजहांनाबाद इलाके में पांच साल की बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म और हत्या करने के मामले में आरोपित अतुल निहाले को विशेष अदालत ने मंगलवार को दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई है। साथ ही वारदात में उसका साथ देने वाली मां और बहन को भी दो-दो साल के सश्रम कारावास की सजा से दंडित किया गया है। यह फैसला मंगलवार को विशेष न्यायाधीश कुमुदिनी पटेल की अदालत ने सुनाया है।
घटना 24 सितंबर 2024 की है। बच्ची का अपहरण कर युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी थी। बच्ची का शव उसी की मल्टी के एक बंद फ्लैट से बरामद किया गया था। पुलिस के अनुसार, बच्ची की हत्या गला घोंटकर की गई थी। पुलिस ने गहन जांच के बाद फ्लैट में रहने वाले अतुल निहाले, उसकी मां बसंती बाई और बहन चंचल भालसे को गिरफ्तार कर लिया था। थाना शाहजहांनाबाद ने मामले की जांच पूरी करने के बाद 20 दिसंबर को आरोपियों के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में आरोप पत्र दायर किया था। पुलिस ने आरोप पत्र के साथ डीएनए जांच रिपोर्ट, मेडिकल रिपोर्ट समेत अन्य दस्तावेज और पीड़िता के परिजन, चिकित्सकों और पुलिसकर्मियों सहित अन्य गवाहों की सूची भी पेश की थी।
घटना के बाद किसी को शक न हो, इसलिए आरोपी बच्ची के परिजन के साथ उसे तलाशने का नाटक करता रहा। उनके साथ रहकर पुलिस की एक्टिविटी पर भी नजर रखे रहा। जब उसे यकीन हो गया कि वह बच नहीं पाएगा, तो अपने फ्लैट का ताला लगाकर फरार हो गया था। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। अतुल निहाले के खिलाफ खरगोन में पहले से छेड़खानी, चोरी जैसे छह अपराध दर्ज हैं। उसकी पत्नी दो साल से अलग रह रही है। आरोपी ने पुलिस को बताया था कि फॉगिंग के दौरान हुए धुएं का फायदा उठाते हुए उसने बच्ची का मुंह बंद कर अपने फ्लैट में खींच लिया था। यह भी पता चला कि जिस दिन बच्ची लापता हुई, उसके आधे घंटे के भीतर आरोपी ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी और लाश को बिस्तर के नीचे छिपा दिया था। हत्या से पहले आरोपी ने बच्ची के साथ रेप भी किया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। आरोपी ने भी हत्या से पहले रेप करना कबूल किया था। सबूतों के आधार पर अदालत ने मंगलवार को अपना फैसला सुनाया।
बच्ची के माता-पिता और दादी ने फैसले के बाद कहा कि दोषी की मां और बहन को भी कम से कम 10 साल की सजा हो। क्योंकि इन्होंने बच्ची के शव को अपने घर में छिपाकर रखा था। ये अपने बेटे को बचाने का प्रयास कर रही थी। जितना गुनहगार इनका बेटा है, उतने ही ये दोनों भी हैं।
(Udaipur Kiran) तोमर
