
भरतपुर, 16 मार्च (Udaipur Kiran) । चिकसाना में 10 रुपए के लिए दो बहनों की पिटाई कर दी गई। दोनों बहनें खेत में मजदूरी करने गई थी। मजदूरी के बाद उन्होंने खेत में फैली सरसों इकट्ठी कर 40 रुपए में बेच दी। इस पर खेत मालिक का भतीजा दोनों बहनों से रुपयों का बंटवारा करने की मांग करने लगा। जब दोनों बहनों ने पैसे देने से इनकार किया तो युवक ने अपने परिवार वालों को बुलाकर उनकी पिटाई कर दी। बारह मार्च को हुई घटना का वीडियो भी सामने आया है।
हर्षिता (17) निवासी पीपला गांव ने बताया कि हम खेत के कटर से सरसों इकट्ठी करके वह 40 रुपए की बेच दी। हम चार लोगों ने सरसों बेची थी। सभी के 10-10 रुपए हिस्से में आये। खेत मालिक प्रीतम ठाकुर का भतीजा साकेत हमसे कह रहा था कि 40 रुपए में से 20 रुपए उसे भी दो। इसके बाद मैंने कहा कि यह पैसे चार भागों में बंटेंगे। जब हम काम करने के लिए खेत पर गए तो साकेत ने अपने परिजनों को खेत पर बुला लिया। आते ही उन्होंने हमारे साथ मारपीट शुरू कर दी। साकेत खेत मालिक प्रीतम के भाई का लड़का है।
जसोदा (19) ने बताया कि हम दोनों बहनें तो खेत पर काम करने के लिए गई थी। जब वह मेरी बहन हर्षिता को पीट रहे थे। तब मैंने उसे बचाने की कोशिश की तो, मेरा सिर कटर पर पटक दिया। उसके बाद मुझे होश नहीं रहा। गांव के लोगों ने मेरे ऊपर पानी डाला है। यह झगड़ा दस रुपए के लिए हुआ था।
खेत में सरसों की कटाई के बाद कटर में फैली हुई सरसों हम दोनों बहनें और दो और लोगों ने इकट्ठा किया था। जिसे हमने 40 रुपए का बेच दिया था। 40 रुपए के बंटवारे के लिए यह झगड़ा हुआ था। साकेत हमसे जबरन 20 रुपये मांग रहा था। तब हर्षिता ने साकेत से कहा कि मैं घर जाकर रुपए दे दूंगी। अभी मेरे पास पैसे नहीं हैं, लेकिन साकेत पैसे मांगता रहा।
तब हर्षिता ने खेत में काम कर रही एक महिला से 10 रुपए लेकर साकेत को दे दिए। साकेत 20 रुपए मांग रहा था। साकेत हर्षिता को जान से मारने की धमकी देने लगा। तब साकेत ने अपने घर फोन कर कहा कि मुझे हर्षिता, जसोदा सहित उसके परिजनों ने पीटा है। इसके बाद साकेत के परिजन खेत पर आए और उन्होंने हम दोनों बहनों की पिटाई कर दी।
लड़कियों के पिता ने बताया कि घटना के दौरान मैं घर पर था। मेरे घर से मेरी दोनों बच्चियों को मजदूरी करवाने के लिए ले गए थे। मुझे यह पता नहीं है कि क्या झगड़ा हुआ। दस रुपए के लिए मेरी दोनों बच्चियों के साथ मारपीट की है। दोनों बच्चियां गांव के व्यक्ति प्रीतम के खेत में सरसों को इकट्ठा करने के लिए गई थी। तभी प्रीतम के भाई का लड़का साकेत आया। वह मेरी बेटियों से 10 रुपए मांगने लगा। इस दौरान वहां और भी लोग काम कर रहे थे। मेरी बच्चियों से साकेत के लिए 10 रुपए दिला दिए। तभी वहां साकेत ने अपने परिजनों को मौके पर बुला लिया। उन्होंने मेरी दोनों बेटियों के साथ मारपीट कर दी। यह घटना 12 मार्च की है। मारपीट करने वाले लोग सरपंच के परिवार के हैं, जिसके कारण पुलिस ने हमारा मामला दर्ज नहीं किया।
चिकसाना थाना अधिकारी हनुमान सहाय ने बताया कि इस घटना को लेकर थाने पर कोई शिकायत नहीं दी गई है।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
