जम्मू, 16 मार्च (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और आर्यन्स कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, राजपुरा, चंडीगढ़ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन एडवांस मैटीरियल्स, रेयर अर्थ एंड क्रिटिकल मिनरल्स पर एआईसीटीई-वाणी (वाइब्रेंट एडवोकेसी फॉर एडवांसमेंट एंड नर्चरिंग ऑफ इंडियन लैंग्वेजेज) योजना के तहत उर्दू और अंग्रेजी भाषाओं में संपन्न हुआ। 12 सेमिनार आयोजित किए गए और उनका समापन हुआ।
आर्यन्स कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के निदेशक डॉ. जेके सैनी ने इस सम्मेलन के महत्व पर सभी को संबोधित किया। उद्घाटन और समापन सहित 12 सत्रों को डॉ. नवदीप पाराशर, शिवानी, एसवीआईईटी, बनूर, डॉ. गौरव, डॉ. आरिफ, सीजीसी लांडरां और झंझेरी, डॉ. वरिंदर सिंह, गुलजार ग्रुप सहित विभिन्न प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने संबोधित किया। इस सम्मेलन में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से लगभग 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
सत्र विभिन्न विषयों पर केंद्रित थे। यह निष्कर्ष निकाला गया कि उन्नत सामग्री, महत्वपूर्ण खनिज और धातु ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जिनमें देश की अर्थव्यवस्था को बदलने की क्षमता है और इसलिए विशेष रूप से सामग्रियों में हमारी अपनी आपूर्ति श्रृंखला बनाना महत्वपूर्ण है। आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण खनिजों की विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करना ऊर्जा प्रणालियों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा। जोखिमों पर भी चर्चा की गई।
इसके अतिरिक्त यह भी चर्चा की गई कि आज महत्वपूर्ण खनिजों के बाजारों में अत्यधिक संकेन्द्रण किसी भी अन्य प्रमुख वस्तु की तुलना में अभूतपूर्व है जिस पर हम आधुनिक दुनिया में निर्भर हैं।
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(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
