
ढाका, 13 मार्च (Udaipur Kiran) । बांग्लादेश ने चुनाव, कानून-व्यवस्था और अल्पसंख्यक मुद्दों पर भारत की हालिया टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बांग्लादेश का मानना है कि यह पूरी तरह से उसके आंतरिक मामले हैं, इसलिए इस पर भारत को दखल नहीं देना चाहिए।
ढाका ट्रिब्यून अखबार के अनुसार विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद रफीक उल आलम ने शुक्रवार को यहां मीडिया ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की। प्रवक्ता आलम ने कहा कि नई दिल्ली की इस तरह की टिप्पणियां अनुचित हैं। यह दूसरे देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के समान है। ऐसी टिप्पणियां भ्रामक और वास्तविकता का गलत प्रतिबिंब हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश सभी देशों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने के सिद्धांत में दृढ़ता से विश्वास करता है। बांग्लादेश आपसी सम्मान, विश्वास और समझ के आधार पर भारत के साथ मैत्रीपूर्ण और रचनात्मक संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रवक्ता ने कहा कि ढाका को उम्मीद है कि भारत सरकार के संबंधित अधिकारी ऐसी टिप्पणियों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
उल्लेखनीय है कि नई दिल्ली में एक मीडिया ब्रीफिंग में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि वे एक स्थिर, शांतिपूर्ण, समावेशी और प्रगतिशील बांग्लादेश का समर्थन करते हैं, जिसमें सभी मुद्दों को लोकतांत्रिक तरीकों से और समावेशी और भागीदारीपूर्ण चुनाव आयोजित करके हल किया जाता है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बांग्लादेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी चिंता व्यक्त की थी।
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद
