कोलंबो, 12 मार्च (Udaipur Kiran) । श्रीलंका के उत्तर मध्य प्रांत के अनुराधापुरा में एक महिला चिकित्सक से दुष्कर्म की घटना के विरोध में सरकारी डॉक्टरों ने 24 घंटे की हड़ताल का ऐलान किया है। यह वारदात सोमवार रात उस समय हुई जब पीड़िता अपनी रात्रि पाली की ड्यूटी खत्म कर अपने आवास लौट रही थी।
पुलिस के अनुसार, आरोपित ने महिला चिकित्सक का पीछा किया और चाकू दिखाकर उसे धमकाया, जिसके बाद उसने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। घटना के बाद चिकित्सकों की यूनियन ‘गवर्नमेंट मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन’ (जीएमओए) ने विरोध स्वरूप आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर दीं और आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग उठाई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बुधवार को संदिग्ध आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया कि आरोपित एक भगोड़ा सैनिक है, जिसे हाल ही में मादक पदार्थ से जुड़े एक अपराध के चलते जेल भेजा गया था और तीन दिन पहले ही रिहा किया गया था।
हालांकि, गिरफ्तारी के बावजूद चिकित्सकों की यूनियन ने विरोध जारी रखने का निर्णय लिया। जीएमओए के प्रवक्ता ने कहा कि इस घटना ने न केवल स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा किया है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता पैदा कर दी है। यूनियन ने सरकार से मांग की है कि अस्पताल परिसरों और उनके आसपास सुरक्षा कड़ी की जाए, ताकि महिला स्वास्थ्यकर्मी सुरक्षित माहौल में काम कर सकें।
इस हड़ताल के कारण अनुराधापुरा और आसपास के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। अस्पतालों में गैर-आपातकालीन सेवाएं ठप हो गईं, जिससे मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। हालांकि, जीवनरक्षक और आपातकालीन सेवाओं को हड़ताल से बाहर रखा गया है।
चिकित्सकों की इस हड़ताल को अन्य पेशेवर संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है। महिला अधिकार संगठनों और नागरिक समाज के कार्यकर्ताओं ने सरकार से मांग की है कि आरोपी को कठोरतम सजा दी जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
