
कानपुर, 12 मार्च (Udaipur Kiran) । आईआईटी कानपुर की पीएचडी स्कॉलर से दुष्कर्म के आरोपित एसीपी मोहसिन खान को निलम्बित कर दिया गया है। तीन महीने पहले स्कॉलर ने एसीपी के खिलाफ कल्याणपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद तत्काल प्रभाव से उन्हें लखनऊ स्थित डीजीपी मुख्यालय से अटैच कर पुलिस कमिश्नर ने एसआईटी का गठन कर मामले की रिपोर्ट शासन को भेजी थी। जिसका संज्ञान लेते हुए बुधवार को एसीपी को निलम्बित कर दिया गया है।
2013 बैच के पीपीएस ऑफिसर मोहसिन खान की तैनाती कानपुर में 12 दिसम्बर 2023 को हुई थी। शहर में वह एसीपी कलक्टरगंज एवं एसीपी साइबर क्राइम के पद पर तैनात थे। जुलाई 2024 में उन्होंने आईआईटी कानपुर से साइबर क्राईम इन्वेस्टिगेशन और साइबर क्रिमिनोलॉजी से पीएचडी करने के लिए दाखिला लिया था। इसी दौरान आईआईटी स्कॉलर ने एसीपी पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए कल्याणपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
पीड़िता के अनुसार दिसम्बर 2023 में आईआईटी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उसकी मुलाकात एसीपी मोहसिन खान से हुई थी। दोनों के बीच मोबाइल नंबरों का आदान-प्रदान हुआ। इसी दौरान एसीपी ने उसे फोन कर कहा कि वह उसकी देखरेख में आईआईटी से पीएचडी करना चाहते हैं। उनके इस प्रस्ताव को मानते हुए स्कॉलर ने उन्हें काफी सपोर्ट किया। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी। इसी बीच एसीपी ने कहा कि वह अविवाहित है और उससे शादी करना चाहते हैं। जिसके बाद दोनों के बीच शारीरिक सम्बंध भी बन गए।
इस दौरान स्कॉलर को जानकारी हुई कि एसीपी पहले से ही शादीशुदा होने के साथ-साथ एक पांच साल की बच्ची के पिता भी हैं। जिस पर दोनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ। हालांकि एसीपी ने कहा कि उनका पत्नी से तलाक होने वाला है लेकिन ये सारी बातें झूठी निकली और पति पत्नी में किसी भी प्रकार का विवाद नही था। मुझे लगा कि मैं धोखे का शिकार हुई हूँ। इसलिए मैंने उनके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया। क्योंकि मेरा पूरा करियर दांव पर लगा है।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
