
शिमला, 10 मार्च (Udaipur Kiran) । हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर मीडिया से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार के पास अपने दो साल के कार्यकाल के बाद भी कोई ठोस उपलब्धि नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल के अभिभाषण के माध्यम से सरकार झूठ बोल रही है और उसके पास केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं और पूर्व सरकार द्वारा किए गए कार्यों के अलावा बताने के लिए कुछ नहीं है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने केंद्र सरकार के प्रति आभार का एक शब्द भी नहीं बोला, बल्कि उल्टा सहयोग न देने का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रदेश में बुजुर्गों को मिलने वाली पेंशन का मुद्दा उठाया, जो पिछले छह महीने से लंबित है, और कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, बजट अभिभाषण में सरकार ने ऐसे दावे किए हैं, जो सुनकर मैं भी चौंक गया। सरकार कहती है कि प्रदेश में 69 स्वास्थ्य संस्थाओं को आदर्श चिकित्सा संस्थान बना दिया गया है, जिनमें विशेषज्ञों की टीमें और अत्याधुनिक एमआरआई मशीनें भी लगाई गई हैं लेकिन मुझे अपने विधानसभा क्षेत्र में ऐसा कोई संस्थान नहीं दिखाई देता और हमारे अन्य विधायक भी यही कह रहे हैं।
उन्होंने स्वास्थ्य सेवा की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा, आईजीएमसी और अन्य मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों की हालत देखकर पूरा प्रदेश जानता है कि यहां क्या हो रहा है। इसके बावजूद सरकार झूठ बोलने से बाज नहीं आ रही है।
जयराम ठाकुर ने महिला सम्मान निधि पर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि प्रदेश की केवल 30 हजार महिलाओं को एक बार सम्मान निधि दी गई है जबकि पात्र महिलाओं की संख्या 23 लाख से अधिक है। इसके अलावा प्रदेशभर में 10 लाख से अधिक आवेदन सरकारी दफ्तरों में धूल खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के नाम पर सरकार ने केवल सवा दो करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जो इस बड़े प्रदेश के लिए बेहद कम है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर दिन कोई न कोई शैक्षिक संस्थान या अन्य संस्थान बंद हो रहे हैं। अपराध चरम पर है और नशा माफिया बेकाबू है। इसके बावजूद सरकार का दावा है कि सब कुछ बहुत बढ़िया है, जो कि उसकी संवेदनहीनता को दर्शाता है। सरकार को अब झूठ बोलने से बाज आना चाहिए।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
