
जम्मू, 9 मार्च (Udaipur Kiran) । भूतपूर्व सैनिकों (ईएसएम) के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए भारतीय सेना ने उनके योगदान को मान्यता देने और नागरिक जीवन में उनके संक्रमण को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से एक सहभागिता पहल की।
इस पहल में 19 दिग्गजों ने भाग लिया और रोजगार सहायता, कल्याणकारी योजनाओं तक पहुँच और रेजिमेंटल समुदाय के साथ उनके संबंध को मजबूत करने जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया। इस कार्यक्रम ने यह सुनिश्चित करने के लिए सेना के समर्पण को रेखांकित किया कि राष्ट्र की सेवा करने वालों को वह समर्थन मिलता रहे जिसके वे हकदार हैं।
इस पहल का एक प्राथमिक पहलू रोजगार और पुनर्वास सहायता था जिससे दिग्गजों को सेवा के बाद के करियर के लिए अपने विशेष कौशल का लाभ उठाने में मदद मिली। इसके अतिरिक्त कल्याण और पेंशन सहायता पर मुख्य ध्यान दिया गया जिसमें पेंशन सेवाओं, स्वास्थ्य सेवा लाभों और भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लिए वित्तीय सहायता को सुव्यवस्थित करने के लिए समर्पित चैनल स्थापित किए गए।
वित्तीय और रोजगार सहायता से परे इस पहल ने सामुदायिक सहभागिता पर भी जोर दिया। भारतीय सेना और उसके दिग्गजों के बीच एक मजबूत बंधन बनाए रखने के लिए नियमित बैठकें, कल्याण कार्यक्रम और नेटवर्किंग सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
