Uttar Pradesh

जागरूक होकर एकजुट होने पर ही देश का होगा कल्याण : चंपतराय

कार्यक्रम के दौरान लिया गया ग्रुप फोटो

कानपुर, 09 मार्च (Udaipur Kiran) । पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, नागरिक कर्तव्य, स्वदेशी व स्व का बोध जैसे परिवर्तनों को जनमानस के आचार व्यवहार और संस्कारों का हिस्सा बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होना पड़ेगा। हमारा देश युवा प्रधान देश है हमें युवाओं को देश के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है। देश का युवा जागेगा तभी हमारा देश आगे बढ़ेगा। यह बातें रविवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के महासचिव तथा विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपतराय ने कही।

जाजमऊ स्थित डिफेंस कालोनी स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज विश्व हिन्दू परिषद् कानपुर प्रान्त की दो दिवसीय प्रान्त योजना बैठक समापन के दिन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के महासचिव तथा विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपतराय ने पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, नागरिक कर्तव्य, स्वदेशी व स्व का बोध जैसे पांच परिवर्तनों को जनमानस के आचार व्यवहार और संस्कारों का हिस्सा बनाने का संकल्प दिलाया। विश्व भर में हिंदू समाज से जुड़े अन्य ज्वलंत मुद्दों पर भी विस्तार से विचार विनिमय हुआ।

विहिप क्षेत्र संगठन मंत्री गजेन्द्र ने कहा कि हिंदुओं की घटती जनसंख्या दर, हिंदू परिवारों के विखंडन, लिव इन संबंध, युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति चिंतनीय है। ये समस्याएं हिंदू समाज के लिए चुनौती बन गई है। जिनका जवाब युवाओं को देना होगा। देश के सामने आने वाली हर चुनौती का हिंदू युवा शक्ति ने हमेशा जवाब दिया है। जनसंख्या असंतुलन हिंदू समाज के अस्तित्व के लिए घातक सिद्ध हो रहा है। हिंदुओं की घटती हुई जनसंख्या बहुआयामी प्रभाव निर्माण करती है। हिंदू इस देश की पहचान है। अगर हिंदू घटा तो देश की पहचान और अस्तित्व के लिए भी संकट के बादल छा जाएंगे। इस स्थिति को रोकने के लिए हिंदू युवाओं को आगे बढ़ना होगा। देरी से विवाह और उज्जवल भविष्य की भ्रामक अवधारणाओं के मकड़ जाल के कारण भी हिंदू दंपतियों के बच्चे कम हो रहे हैं। उन्होंने आह्वान किया कि 25 वर्ष की उम्र में विवाह करना आज की आवश्यकता है।

आगे उन्होंने बताया कि कई वैज्ञानिक अध्ययनों ने यह सिद्ध किया है कि यदि बच्चों का संपूर्ण विकास करना है तो प्रत्येक परिवार में दो या तीन बच्चे आवश्यक होने चाहिए। आज हिंदू संस्कारों के अभाव में परिवार संस्था पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं, पश्चिमी भौतिकवाद का बढ़ता प्रभाव, अर्बन नक्सल षड्यंत्र व ग्लोबल कॉरपोरेट समूह मनोरंजन माध्यम व विज्ञापनों के द्वारा युवाओं को भ्रमित व संस्कार विहीन बना रहा है। इसी कारण विवाहेत्तर संबंध और लिव इन संबंध भी बढ़ रहे हैं।

विहिप प्रान्त मंत्री राजू पोरवाल ने कहा कि देश के 16 करोड़ से अधिक लोगों का नशे का आदी होना इस समस्या की भीषणता को प्रकट करता है। विहिप ने युवाओं का आह्वान किया कि वे स्वयं भी नशे की आत्मघाती प्रवृत्ति से दूर रहें तथा अपने शिक्षण संस्थान नगर व प्रांत को भी नशे से मुक्त बनाने के लिए वह बजरंग दल दुर्गा वाहिनी व अन्य संगठनों का सहयोग करें। सत्संग व संस्कार शालाओं और सत्संग केंद्रों के माध्यम से इन सब विषयों पर जन जागरण करेगी और युवा शक्ति को इन प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाने का आह्वान करेगी।

(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप

Most Popular

To Top