
लखनऊ, 9 मार्च (Udaipur Kiran) । योगी सरकार के नेतृत्व में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए चला मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान के अंतर्गत 90 प्रतिशत लोगों ने दवा खाई। अभियान की बड़ी सफलता यह रही कि 93 प्रतिशत रिफ्यूजल (इनकार करने वाले) केसों को भी समझा कर उन्हें भी दवा खिलाई गई।
राज्य कार्यक्रम अधिकारी फाइलेरिया डॉ. एके चौधरी ने बताया कि प्रदेश के 14 जिलों के 45 ब्लाक में एमडीए अभियान 10 फरवरी से 25 फरवरी तक चलाया गया। कई जिलों में रिफ्यूजल केसों व जिले से बाहर गए लोगों को दवा खिलाने के लिए बाद में मापअप राउंड चलाया गया। लक्ष्य 1.10 करोड़ लोगों को दवा खिलाने का था, जिसके सापेक्ष 98,95,981 लोगों को दवा खिलाई गई। जौनपुर छोड़कर किसी भी जिले में दवा सेवन का प्रतिशत 80 से कम नहीं रहा। उन्होंने बताया कि फाइनल रैंकिंग में बाराबंकी प्रथम, बरेली दूसरे, जालौन तीसरे और लखनऊ चौथे स्थान पर रहा।
डॉ. चौधरी ने बताया कि इस बार दवा खाने से मना करने वाले 1.58 लाख लोगों में से 92.7 प्रतिशत लोगों को समझा-बुझाकर फाइलेरियारोधी दवा खिलाई गई। उन्होंने बताया कि दवा न खाने वालों में एक वर्ष से छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, गंभीर रूप से बीमार मरीज व जिले से बाहर गए लोग ही छूट गए हैं।
अंतरविभागीय समन्यव का भी दिखा असर
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बाकायदा जनप्रतिनिधियों व शिक्षा व पंचायतीराज विभागाध्यक्षों को पत्र लिखकर सहयोग की अपेक्षा की थी। उसका नतीजा यह हुआ कि अभियान के दौरान जनप्रतिनिधियों, प्रधानों, कोटेदारों और उपखंड विकास अधिकारियों ने भरपूर सहयोग किया।
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(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
